नई दिल्ली, 18 मई (हि.स.)। पाकिस्तान से बुधवार को प्रकाशित अधिकांश समाचारपत्रों ने सुप्रीम कोर्ट का एक फैसला प्रमुखता से प्रकाशित किया है जिसमें कहा गया है कि बागी सदस्यों के वोट नहीं गिने जायेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि जिंदगीभर चुनाव नहीं लड़ने पर प्रतिबंध लगाने का फैसला पार्लियामेंट करे। अदालत का कहना है कि पार्टी से बगावत राजनीति के लिए कैंसर है। आर्टिकल 63 ए राजनीतिक दलों को सुरक्षा प्रदान करता है। पीटीआई ने अदालत के फैसले का स्वागत किया है। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि अदालत का फैसला स्वागतयोग्य है। मुस्लिम लीग नवाज को गालियां पड़ेंगी, जरदारी मजे ले रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद केंद्र की शहबाज शरीफ सरकार और पंजाब की हमजा शहबाज सरकार पर सवाल उठने लगे हैं। अखबारों ने पूर्व सूचना प्रसारण मंत्री फव्वाद चौधरी का एक बयान छापा है जिसमें उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से शहबाज शरीफ और हमजा शहबाज की सरकार खत्म हो गई है। अखबारों ने शाहबाज शरीफ सरकार का एक फैसला भी प्रमुखता से प्रकाशित किया है जिसमें कहा गया है कि सरकार अपनी मुद्दत पूरी करेगी। कड़े फैसलों में सहयोगी साथ देंगे। फौरन चुनाव की इमरान खान की मांग को रद्द कर दिया गया है।
अखबारों ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का एक बयान छापा है जिसमें उन्होंने कहा है कि विदेशी निवेश को बढ़ाने के लिए प्राथमिकता दी जाएगी। उनका कहना है कि चीनी नागरिकों की सुरक्षा पर समझौता नहीं किया जाएगा। अखबारों ने गृहमंत्री राना सनाउल्लाह का एक बयान प्रकाशित किया है जिसमें कहा गया है कि आर्थिक हालात में बेहतरी आते ही इलेक्शन में जाएंगे। अखबारों ने राष्ट्रीय असेंबली में कोरम पूरा करना सरकार के लिए सिरदर्द बनने की खबर देते हुए बताया है कि कोरम पूरा नहीं होने की वजह से शुक्रवार तक संसद का सत्र स्थागित कर दिया गया है।
अखबारों ने विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो के जरिए संयुक्त अरब अमीरात का दौरा करने के बाद अमेरिका जाने की खबरें भी दी है। अखबारों ने पूर्व गृहमंत्री शेख रशीद का भी एक बयान छापा है जिसमें उन्होंने कहा है कि नवाज शरीफ को पूरा विश्वास है कि उनकी हुकूमत डेढ़ साल निकाल लेगी तो वापस आ जाएं।
अखबारों ने सूचना प्रसारण मंत्री मरियम औरंगजेब का भी एक बयान छापा है जिसमें उन्होंने कहा है कि इमरान खान की सरकार के दौरान 60 लाख लोग बेरोजगार हुए हैं। अखबारों ने अफगानिस्तान के गृहमंत्री सिराजुद्दीन हक्कानी का एक बयान छापा है जिसमें कहा गया है कि तालिबान इस समय अमेरिका को अपना दुश्मन नहीं समझते हैं। यह सभी खबरें रोजनामा दुनिया, रोजनामा खबरें, रोजनामा औसाफ, रोजनामा पाकिस्तान, रोजनामा एक्सप्रेस, रोजनामा नवाएवक्त और रोजनामा जंग ने अपने पहले पन्ने पर छापी हैं।
रोजनामा खबरें ने एक खबर दी है जिसमें बताया गया है कि गुजरात के रामपुरा में स्थानीय निवासियों को आसमान से गिरने वाली रहस्यमयी संदिग्ध धातु की गेंदे मिली हैं। आसमान से धातु की गेंद गिरने से गांव वालों को काफी हैरानी हो रही है। भारतीय मीडिया के अनुसार आसमान से गिरने वाली गेंद की तेज आवाज सुनकर स्थानीय लोग घबरा गए और घरों से बाहर निकल आए। उन्हें ऐसा लगा कि भूकंप आ गया है लेकिन जब बाहर आए तो उन्होंने गेंदों को देखा और पुलिस को इसकी सूचना दी है। पुलिस ने गेंदों को अपने कब्जे में लेकर उसकी जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेज दिया है।
रोजनामा दुनिया ने जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती का एक बयान छापा है जिसमें उन्होंने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी अपनी खामियों और नाकामियों को छुपाने के लिए देशभर में मस्जिद और मंदिर की राजनीति करके धार्मिक नफरत फैला रही है। कश्मीर मीडिया सर्विस के अनुसार महबूबा मुफ्ती ने श्रीनगर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि बीजेपी की नजरें कभी बाबरी मस्जिद तो कभी दूसरी मस्जिद और अब ज्ञानवापी मस्जिद पर लगी हुई हैं। उन्होंने कहा कि धार्मिक नफरत के सिवा बीजेपी के पास जनता को देने के लिए कुछ नहीं है।