मथुरा, 18 मई (हि.स.)। अखिल भारत हिन्दू महासभा ने बुधवार को सिविल जज सीनियर डिवीजन की कोर्ट में शाही मस्जिद में पूजा की अनुमति की मांग को लेकर प्रार्थना पत्र दाखिल किया। प्रार्थना पत्र में कहा गया है कि शाही ईदगाह मस्जिद जो कि भगवान कृष्ण का प्राचीन गर्भगृह है, वहां प्रत्येक व्यक्ति को पूजा पाठ करने की अनुमति दी जाए। लड्डू गोपाल का अभिषेक और पूजा अर्चना की मांग को लेकर दायर याचिका पर अब सुनवाई एक जुलाई को होगी।
श्री कृष्ण जन्मभूमि बनाम शाही ईदगाह मस्जिद को लेकर जनपद के न्यायालय में हर रोज कोई न कोई प्रार्थना पत्र दायर किया जा रहा है। बुधवार को अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के कोषाध्यक्ष दिनेश कौशिक ने सिविल जज सीनियर डिविजन की कोर्ट में विवादित स्थान शाही ईदगाह मस्जिद परिसर में लड्डू गोपाल का अभिषेक और पूजा अर्चना करने के लिए कोर्ट से अनुमति मांगी गई। प्रार्थना पत्र पर बहस होने के बाद न्यायालय ने अगली सुनवाई 01 जुलाई को तय की है।
अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दिनेश कौशिक ने बताया कि न्यायालय से अनुमति की मांग की है कि जो प्राचीन मंदिर है जो कि कथित ईदगाह है, वहां हमें लड्डू गोपाल का जलाभिषेक करने की अनुमति प्रदान की जाए, क्योंकि हमने पहले भी जिला प्रशासन से अभिषेक करने की अनुमति मांगी गई थी। आज हमने न्यायालय में आवेदन दिया है कि जो हिंदू महासभा है देश का प्राचीन संगठन है। सन् 1915 में रजिस्ट्रेशन किया गया था जिसमें आदरणीय मदन मोहन मालवीयजी, वीर सावरकरजी, श्यामा प्रसाद मुखर्जी सब इसमें बड़े पदों पर रह चुके हैं। संविधान से पहले जो संगठन बना है जहां भी हिंदुओं के मठ, मंदिर हैं, जहां भी मंदिरों पर अवैध अतिक्रमण होगा, उसकी आवाज उठाने के लिए हिंदू महासभा अग्रसर रहेगी। आज हमने न्यायालय में प्रार्थना पत्र दिया है लड्डू गोपाल जी का अभिषेक करने की अनुमति दे दी जाए। हमारे भगवान श्री कृष्ण का जन्म कारागार में हुआ था. उस कारागार को तोड़कर शाही ईदगाह मस्जिद बना दी गई थी, भगवान श्री कृष्ण का मूल विग्रह उसी स्थान पर है।