-लगातार 13वें महीने दो अंकों में रही थोक महंगाई दर
नई दिल्ली, 17 मई (हि.स.)। रूस-यूक्रेन जंग के बीच आम आदमी को महंगाई का एक और झटका लगा है। अप्रैल में थोक महंगाई दर 15.08 फीसदी पर पहुंच गई। इससे पहले मार्च में यह 14.55 फीसदी पर जबकि फरवरी में 13.11 फीसदी पर रही थी। पिछले साल की समान अवधि में थोक महंगाई दर 10.74 फीसदी पर थी। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने मंगलवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी है।
वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित थोक महंगाई दर अप्रैल 2022 में 15.08 फीसदी पहुंच गई है। आंकड़ों के मुताबिक खाने-पीने के सामान, ईंधन और बिजली की कीमतों में इजाफा होने से थोक महंगाई दर लगातार 13वें महीने दो अंकों में बनी हुई है। दरअसल, अप्रैल 2021 से थोक महंगाई दर दो अंकों में बनी हुई है।
आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल महीने में खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर 8.35 फीसदी रही है जबकि मार्च महीने में यह 8.06 फीसदी पर रही थी। ईंधन और बिजली की महंगाई दर बढ़कर 38.66 फीसदी पर पहुंच गई है, जो मार्च में 34.52 फीसदी रही थी। इसी तरह मैन्युफैक्चरिंग प्रोडक्ट्स की महंगाई दर अप्रैल में 10.85 फीसदी रही है, जो मार्च महीने में 10.71 फीसदी रही थी।
मंत्रालय ने जारी बयान में कहा कि अप्रैल 2022 में थोक महंगाई दर में बढ़ोतरी की मुख्य वजह खनिज तेलों, मूल धातुओं, कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, खाद्य पदार्थों, गैर-खाद्य वस्तुओं, खाद्य उत्पादों और रासायनिक उत्पादों की कीमतों में वृद्धि है।