कीव/मास्को, 17 मई हि.स.)। हल्किंग अजोवस्तल इस्पात संयंत्र में फंसे 260 से अधिक यूक्रेन के सैनिकों पर रूस और यूक्रेन ने परस्पर विरोधी दावा किया है। यह संयंत्र तबाह हो चुके मारियुपोल बंदरगाह के पास है। यूक्रेन का दावा है कि उसके इन लड़ाकों ने इस्पात संयंत्र का रूस से डटकर बचाव किया और अपना लक्ष्य हासिल किया। उधर, रूस ने दावा किया है कि यूक्रेन के 260 से ज्यादा सैनिकों ने आत्मसमर्पण कर अपने हथियार डाल दिए।
यूक्रेन के उप रक्षामंत्री हन्ना मलियर ने मंगलवार को कहा कि 260 से अधिक सैनिकों को सोमवार को संयंत्र से निकाला गया। इनमें से 53 गंभीर रूप से घायल थे। घायल सैनिकों को मारियुपोल के पूरब में नोवोअजोवस्क के एक अस्पताल में ले जाया गया। एक मानवीय गलियारे के माध्यम से 211 सैनिकों को ओलेनिव्का के लिए निकाला गया।
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा, ‘लोगों को घर पहुंचाने का काम जारी है। इसके लिए संवेदनशीलता और समय की आवश्यकता है। इन सैनिकों ने संयंत्र के नीचे भूमिगत मार्ग की भूलभुलैया में रूस के हमलों का हफ्तों तक सामना किया। यूक्रेन की जरूरत है कि उसके नायक जीवित रहें।’ यूक्रेन की सेना ने कहा है कि महीनों की बमबारी के बाद उसने शहर का नियंत्रण रूस को सौंप दिया है। अब बंदरगाह में अपने अंतिम गढ़ से सभी शेष सैनिकों को निकाल रही है।
यूक्रेन के इस दावे के ठीक उलट रूस के रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि हल्किंग अजोवस्तल इस्पात संयंत्र में छिपे 250 से अधिक यूक्रेनी लड़ाकों ने आत्मसमर्पण कर दिया। पिछले 24 घंटों में 51 घायल सैनिकों सहित कुल 265 सैनिकों ने अपने हथियार डाल दिए। घायल सैनिकों को पूर्वी यूक्रेन के एक अस्पताल में भेजा गया है।