कोलंबो, 17 मई (हि.स.)। श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के खिलाफ विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव मंगलवार को संसद में विफल हो गया।
स्थानीय अखबार ‘इकोनॉमी नेक्स्ट’ के मुताबिक विपक्षी तमिल नेशनल एलायंस के सांसद एमए सुमंथिरन ने राष्ट्रपति को लेकर नाराजगी जताने वाले मसौदे पर बहस के लिए संसद के स्थायी आदेशों को निलंबित करने का अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था। 119 सांसदों ने इस प्रस्ताव के खिलाफ मतदान किया। मात्र 68 सांसदों ने प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया। इस तरह यह अविश्वास प्रस्ताव संसद में गिर गया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इस प्रस्ताव के साथ विपक्ष ने यह दिखाने की कोशिश की है कि राष्ट्रपति राजपक्षे के इस्तीफे की देशव्यापी मांग देश की विधायिका में कैसे परिलक्षित होती है।
उल्लेखनीय है कि अंग्रेजों की 150 साल की हुकूमत के बाद 1948 में स्वतंत्र होने वाला श्रीलंका इस समय आजादी के बाद के अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। राजनीतिक और आर्थिक से घिरे श्रीलंका में नागरिकों के लिए अनाज कम पड़ रहा है। इलाज के लिए दवाइयां नहीं हैं। विदेशी कर्ज चुकाने के लिए धन नहीं है। 24 घंटे में 16 घंटे बिजली की कटौती की जा रही है। बैंकों के एटीएम खाली हैं। देश में एक महीने में दो बार इमरजेंसी लागू की जा चुकी है।