नई दिल्ली, 16 मई (हि.स.)। फेसबुक पर लड़की के नाम से फर्जी प्रोफाइल बनाकर सेक्सटॉर्शन करने वाले गैंग के बदमाश को उत्तरी जिले की साइबर थाना पुलिस ने भरतपुर, राजस्थान से गिरफ्तार किया है। आरोपित की पहचान गांव मुंडिया, तहसील नगर, भरतपुर निवासी आसिब खान (26) के रूप में हुई है। आरोपित बीएससी पास है।
पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि सेक्सटॉर्शन के जरिये इनका गैंग भोले-भाले लोगों को अपने जाल में फंसाकर उनकी अश्लील वीडियो बना लेते थे।
इसके बाद खुद को अपराध शाखा और यू-ट्यूब लीगल ऑफिशियल बताकर उनके खिलाफ शिकायत व बदनाम करने की धमकी दी जाती थी। इसके बदले आरोपित मोटी रकम अपने खातों में ट्रांसफर करवा लेते थे।
छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला कि आसिब खान ने पिछले एक माह के दौरान अपने खाते में 26 लाख रुपये देश भर के लोगों से वसूले हैं। आसिब के पूरे गांव में ज्यादातर लोगों का यह ही धंधा है। पुलिस इससे पूछताछ कर मामले की जांच कर रही है।
उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त सागर सिंह कलसी ने बताया कि पिछले दिनों इनके पास गृहमंत्रालय के साइबर क्राइम पोर्टल से एक शिकायत आई थी। उत्तरी दिल्ली निवासी व्यक्ति ने सेक्सटॉर्शन के जरिये आठ लाख रुपये ठगे जाने की शिकायत दी थी।
साइबर थाने में जबरन वसूली का मामला दर्ज कर एसआई रोहित सारसवत व अन्यों की टीम ने छानबीन शुरू की। जांच के दौरान पुलिस ने जिन खातों में रकम ट्रांसफर हुई उनका पता किया। इसके बाद उन मोबाइल नंबर का भी पता किया गया जो बैंक खातों से कनेक्ट थे।
जांच के दौरान पता चला कि नगर तहसील से सेक्सटॉर्शन का कारोबार चल रहा है। पुलिस ने भेस बदलकर गांव में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान पुलिस को आसिब खान नामक आरोपी मिला। तुरंत उसे हिरासत में लेकर पुलिस की टीम वापस आ गई। उसके मोबाइल फोन की जांच की गई तो पता चला कि उसके मोबाइल से अटेच खाते में एक माह के दौरान 26 लाख रुपये आए थे।
फौरन उसे गिरफ्तार कर लिया गया। जांच के दौरान पता चला कि आरोपी ने सराय रोहिल्ला में एक अन्य पीड़ित से सेक्सटॉर्शन के जरिये वसूली की थी। इनके पूरे गैंग का काम अलग-अलग है। वसूली की रकम को यह लोग अलग-अलग जिलों के एटीएम के जरिये निकाल लेते हैं। बाद में जिसका जितना कमीशन तय होता है, उसको उतने रुपये दे दिए जाते हैं।
ऐसे दिया जाता है ठगी की वारदात को अंजाम…
पुलिस की पूछताछ में आरोपित आसिब खान ने बताया कि सबसे पहले यह फेसबुक पर किसी भी लड़की की फोटो लगाकर फर्जी आईडी बनाते हैं। इसके बाद अनजान लोगों को फ्रेंडशिप रिक्वेस्ट भेजी जाती है। जो भी इनके जाल में फंसता है, उसे पहले फेसबुक मैसेंजर पर बातचीत होती है। इसके बाद एक दूसरे के मोबाइल नंबर ले लिये जाते हैं। आरोपी फिर लड़की बनकर इनको वीडियो कॉल करते हैं।
पहले से रिकॉर्ड किए गए किसी भी लड़के के अश्लील वीडियो को दूसरे मोबाइल की मदद से पीड़िता को दिखाकर उसे भी अश्लील हरकत करने के लिए उकसाया जाता है। बाद में पीड़ित की हरकत को वीडियो कॉल रिकॉर्डर के जरिये रिकॉर्ड कर लिया जाता है।
इसके बाद आरोपित खुद को अपराध शाखा और यू-ट्यूब के लीगल अधिकारी बनकर पीड़ित को धमकाते हैं। लीगल एक्शन और बदनाम करने के नाम पर पीड़ितों से ऑन लाइन मोटी रकम मांगी जाती है। ज्यादातर पीड़ित इनके जाल में फंसकर लाखों रुपये की रकम दे देते हैं।
पूरे गांव का सेक्सटॉर्शन का धंधा, मुश्किल से हुई गांव में रेड…
मामले की जांच कर रहे अधिकारी की मानें तो नगर गांव के अलावा आसपास के कई गांवों के लोगों का सेक्सटॉर्शन का धंधा है। पहले सभी एटीएम-क्रेडिट कार्ड के नाम पर ठगी करते थे। लेकिन उसमें अब लोग ज्यादा सावधान हो गए हैं तो धंधा कम चल रहा था। सेक्सटॉर्शन के जाल में कोई भी आसानी से फंस जाता है। चूंकि गांव का हर शख्स ठगी के धंधे में है तो पुलिस की भनक लगते ही पूरे गांव में इसकी खबर फैला दी जाती थी।
पुलिस गांव पहुंचकर किसी को पकड़ भी लेती थी तो ग्रामीण इसका भारी विरोध कर उसे छुड़ा लेते थे। वहां आनन-फानन में ही गिरफ्तार कर आरोपित को लाना होता था। दिल्ली पुलिस के सूत्रों का कहना है कि स्थानीय पुलिस की ग्रामीणों से मिलीभगत रहती है। पुलिस बाकी आरोपितों की तलाश कर रही है।