गुवाहाटी, 15 मई (हि.स.)। भारी बारिश और भूस्खलन के चलते लमडिंग-बदरपुर पहाड़ी रेल खंड पर ट्रेन सेवा पूरी तरह से बाधित हो गयी है। पिछले कुछ दिन से हो रही बरसात के कारण पहाड़ी रेलखंड पर लगभग 26 स्थानों पर भूस्खलन हुआ है। जिसके चलते बीच रास्ते में कई स्टेशनों पर काफी संख्या में यात्री फंस गये हैं। जिनको निकालने का कार्य शनिवार से चल रहा है।
पूर्वोत्तर सीमा रेल (पूसीरे) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सब्यसाची डे ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया है कि बीच रास्ते में फंसे यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए सभी प्रयास किये जा रहे हैं। डिमा हासाउ-डिटेकछोरा में बाढ़ के बीच फंसे सिलचर के 160 रेल यात्रियों को बचाने के लिए शिलांग से रेल विभाग ने वायुसेना के सहयोग से बचाव अभियान चलाया है। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से आह्वान किया है कि वे जहां पर भी हैं, वहीं पर रुक जाएं, उन्हें रेस्क्यू किया जाएगा।
बताया गया कि शनिवार की सुबह सिलचर-गुवाहाटी एक्सप्रेस ट्रेन रवाना हुई थी। भारी बारिश के बीच दोपहर के समय डिटेकछोरा रेलवे स्टेशन पर रोक दी गई। ट्रेन में लगभग 1400 यात्री सवार थे। बाद में बदरपुर से एक विशेष ट्रेन डिटेकछोरा पहुंची और लगभग एक हजार यात्रियों को वापस बदरपुर-सिलचर की ओर ले जाया गया। जबकि शेष चार सौ यात्री न्यू हरंगाजाउ स्टेशन के लिए पैदल ही रवाना हो गये। जिसमें 40 यात्री सुरक्षित रूप से न्यू हरंगाजाउ स्टेशन पहुंच गये। जबकि, 160 यात्री बीच रास्ते में डिटेकछोरा में फंसे गए, इन यात्रियों को निकालने के लिए वायुसेना के हेलीकाप्टर की मदद ली गई। अन्य यात्रियों के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिली है। रेलवे सूत्रों ने बताया है कि यह यात्री लमडिंग की ओर रेलवे ट्रैक के जरिए पैदल ही निकल पड़े हैं, जिनकी तलाश के लिए अभियान चलाया जा रहा है।
बारिश और भूस्खलन से नेटवर्क भी प्रभावित हुआ है। इसके चलते स्पष्ट जानकारी नही मिल सकी है कि अब तक कितने यात्रियों का रेस्क्यू किया जा चुका है। इसी बीच रेलवे ने इस पहाड़ी रेल खंड पर 17 ट्रेनों की सेवा को स्थगित कर दिया है। रेलवे के अनुसार ट्रैक की मरम्मत का कार्य जारी है। इसे अगले 7 से 10 दिन में पूरा कर लिया जाएगा।