उदयपुर, 13 मई (हि.स.)। कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को उदयपुर में पार्टी के तीन दिवसीय नवसंकल्प शिविर की शुरूआत की। उन्होंने उद्धाटन सत्र में विरोधियों को निशाने पर लिया और साथ ही अपनी पार्टी के नेताओं को नसीहत का पाठ भी पढ़ाया। उन्होंने अपनी पार्टी के नेताओं को कहा कि पार्टी ने हमें बहुत कुछ दिया है, अब समय कर्ज उतारने का है। नवसंकल्प शिविर में पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी सहित देश के चुनिंदा 430 पार्टी नेता भाग ले रहे हैं।
तीन दिवसीय नवसंकल्प शिविर के उद्धाटन सत्र में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार ध्रुवीकरण कर किसी भी तरह चुनाव जीतना चाहती है। केंद्र सरकार की चाह ”मिनिमम गवर्नमेंट—मैक्सिमम गवर्नेंस” की है। इसके लिए देश का गला घोंटा जा रहा है। सरकार पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के योगदान को भुला रही है। महात्मा गांधी के हत्यारों को महिमा मंडित किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार सीबीआई और अन्य एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। देशवासियों में भय का माहौल पैदा कर रही है। देश के खास वर्ग को ही निशाना बनाया जा रहा है। कमजोर वर्गों पर हिंसा जारी है। इसके विपरीत देश की जनता शांति और भाईचारे से जीना चाहती है।
सोनिया गांधी ने कहा कि मोदी सरकार महंगाई पर लगाम लगाने में पूरी तरह विफल रही है। नोटबंदी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था लगातार कमजोर हो रही है। बिगड़ते हालात को सुधारने की बजाय देश के फायदे वाले सार्वजनिक उपक्रम को बेचा जा रहा है। कांग्रेस ने देश में जो सार्वजनिक उपक्रम तैयार किए थे, भाजपा उन्हें बेचने में जुटी है। महंगाई बढ़ती जा रही है और भाजपा नेता आंख कान बंद किए हुए हैं। कांग्रेस ने किसानों के हक के लिए लड़ाई लड़ने और किसानों को मजबूत करने के लिए काम किया, लेकिन भाजपा किसानों को काले कानून लेकर आई और इसके चलते सैकड़ों किसानों को आत्महत्या के लिए मजबूर होना पड़ा।
सोनिया गांधी ने कहा कि अपनों में सुधार की भी जरूरत है, तभी हम असाधारण परिस्थितियों का मुकाबला कर पाएंगे। हमें भी रणनीति में बदलाव, सुधार और रोजाना काम करने के तरीकों में परिवर्तन लाना होगा। अपने आप के पुनरोत्थान के लिए सामूहिक प्रयास की जरूरत है।
सोनिया ने कहा कि हाल में हुए विभिन्न राज्यों के विधानसभा चुनावों में मिली हार से हम बेखबर नहीं हैं। ना ही उस संघर्ष और कठिनाइयों से जिससे पार हमें पाना है। लोगों को हमसे जो उम्मीदें हैं, वह पूरी करनी है। उन्होंने पार्टी नेताओं से आह्वान किया कि एक बार सामूहिक प्रयासों से कांग्रेस को उसी भूमिका में लाना है, जिसमें वह हमेशा अग्रणी रही।
नव संकल्प शिविर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हम काम में भरोसा रखते हैं, मार्केटिंग में नहीं। हमने काम किया, इसके चलते देश ने सत्तर सालों में इतना विकास किया किन्तु दूसरी तरफ लोग झूठ-फरेब की मार्केटिंग में जुटे हैं।