नई दिल्ली, 12 मई (हि.स.)। रूस-यूक्रेन जंग के बीच महंगाई के र्मोचे पर आम आदमी को झटका देने वाली खबर है। खुदरा महंगाई दर अप्रैल महीने में बढ़कर 7.79 फीसदी पर पहुंच गई है, जबकि इससे पिछले महीने मार्च में यह 6.95 फीसदी रही थी। खुदरा महंगाई दर का ये आठ साल का उच्चतम स्तर है। राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय (एनएसओ) ने गुरुवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी है।
एनएसओ के जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित खुदरा महंगाई दर अप्रैल, 2022 में बढ़कर 7.79 फीसदी पर पहुंच गई है, जबकि मार्च में यह 6.95 फीसदी रही थी।
आंकड़ों के मुताबिक तेल के दाम और खाने-पीने के सामान महंगे होने की वजह से खुदरा महंगाई दर में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, पिछले साल की समान अवधि में देश की खुदरा महंगाई दर 4.21 फीसदी थी। दरअसल खुदरा महंगाई दर का यह आठ साल का उच्चतम स्तर है।
उल्लेखनीय है कि खुदरा महंगाई अप्रैल महीने में उम्मीद से ज्यादा बढ़ी है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित खुदरा महंगाई दर का आंकड़ा लगातार चौथे महीने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) की ऊपरी सीमा से ऊपर बना हुआ है। रिजर्व बैंक भी अपनी द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा में मुख्य रूप से खुदरा मुद्रास्फीति के आंकड़ों पर ही गौर करता है। सरकार ने आरबीआई को महंगाई दर को दो से 6 फीसदी के दायरे में रखने का लक्ष्य दिया हुआ है।