नई दिल्ली, 12 मई (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों में से एक की बेटी से बात करते हुए भावुक हो गए और उनका गला भर गया। एक संक्षिप्त विराम के बाद उन्होंने कहा, “बेटी आपकी भावनाएं आपकी ताकत हैं।”
प्रधानमंत्री मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भरूच में आयोजित ‘उत्कर्ष समारोह’ में गुजरात सरकार की विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद किया। इस दौरान एक नेत्रहीन लाभार्थी अयूब पटेल से बातचीत करते हुए प्रधानमंत्री ने उनकी बेटियों की शिक्षा के बारे में जानकारी ली। प्रधानमंत्री मोदी उनकी बड़ी बेटी आल्या के डॉक्टर बनने के सपने के बारे में सुनकर भावुक हो गए। बेटियों के सपनों को पूरा करने के लिए किसी भी प्रकार की मदद का आश्वासन देते हुए उन्होंने कहा, “बेटियों का सपना पूरा करना और कोई भी कठिनाई होने पर मुझे बताना।”
वृद्ध सहाय योजना के लाभार्थी अयूब की बेटी आल्या ने कहा कि वह पिता के बीमारी को देखकर डॉक्टर बनना चाहती है। वह ग्लूकोमा से पीड़ित हैं। इतना कहने के बाद वह भावुक हो गई। यह नजारा देखकर स्वयं प्रधानमंत्री भी कुछ क्षणों के लिए स्तब्ध हो गये। उसके बाद प्रधानमंत्री ने उनसे कहा, “बेटी तुम्हारी संवेदना ही आपकी ताकत है।”
प्रधानमंत्री ने यह भी पूछा कि उन्होंने और उनके परिवार ने ईद कैसे मनाई। उन्होंने लाभार्थी को कोरोना रोधी टीका लगवाने और अपनी बेटियों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए बधाई दी।
प्रधानमंत्री ने एक महिला लाभार्थी से बातचीत की और उसके जीवन के बारे में पूछा और गरिमापूर्ण जीवन जीने के उसके दृढ़ संकल्प की प्रशंसा की। एक युवा विधवा ने अपने बच्चों को एक अच्छा जीवन देने की अपनी यात्रा के बारे में प्रधानमंत्री को बताया। प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया कि उन्हें छोटी बचत में शामिल होना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को उनकी मदद करने का निर्देश दिया।
कार्यक्रम के दौरान क्षेत्र की महिलाओं ने प्रधानमंत्री को एक विशाल राखी भेंट कर उनके स्वास्थ्य और लंबे जीवन की कामना की और देश में महिलाओं की गरिमा और जीवन को आसान बनाने के लिए उनके द्वारा किए गए सभी कार्यों के लिए उन्हें धन्यवाद दिया।