नई दिल्ली, 11 मई (हि.स.)। केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि कृषि विकास की दिशा में इजराइल की सराहनीय भूमिका रही है। भारत और इजराइल ने मिलकर बागवानी के क्षेत्र में उतकृष्ट कार्य किए हैं। इजराइल की ओर से भारत में स्थापित किए गए उत्कृष्टता केंद्रों की स्थापना के मॉडल ने गति पकड़ी है और अब देश के 12 राज्यों में 29 इजरायली उत्कृष्टता केंद्र (सीओई) पूरी तरह से कार्य कर रहे हैं।
तोमर ने बुधवार को सोशल मीडिया पर अपने तीन दिवसीय इजराइल यात्रा के अनुभवों को साझा करते कहा कि उन्होंने कृषि क्षेत्र को और मजबूत बनाने के लिए इजराइल के नेताओं, अधिकारियों, किसानों, शोधार्थियों सहित उद्यमियों से संवाद किया। तोमर ने कहा कि आज उन्होंने इजरायल के कृषि और ग्रामीण विकास मंत्री ओडेड फोरर के साथ कृषि के मुद्दे पर भारतीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक की।
कृषि मंत्री ने कहा कि पार्लियामेंट हाउस, यरुशलम में इजराइल के कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री ओडेड फोरर के साथ हुई बैठक में दोनों देशों के बीच कृषि विकास के दायरे और क्षमता को देखते हुए इजराइल के कृषि मंत्री और अन्य हितधारकों के साथ कृषि, जल प्रबंधन, पर्यावरण और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में आधुनिक कृषि तकनीकों, क्षमता निर्माण, ज्ञान के हस्तांतरण और समर्थन से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।
तोमर ने कहा कि इजराइल के कृषि और ग्रामीण विकास मंत्री फोरर के साथ बैठक का आयोजन संसद भवन, यरुशलम में हुआ। इस दौरान दोनों देशों में कृषि विकास की क्षमता के मद्देनजर कृषि, जल प्रबंधन, पर्यावरण व ग्रामीण विकास के क्षेत्र में आधुनिक कृषि तकनीकों, क्षमता निर्माण, ज्ञान हस्तांतरण व समर्थन के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार को क्षमता निर्माण और ज्ञान के हस्तांतरण पर ध्यान केंद्रित करते हुए भारत में माशाव की गतिविधियों को अपनाने की संभावनाओं का पता लगाना है, जिसके लिए प्रत्येक राज्य में उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किए जाएंगे।
तोमर ने कहा कि पिछले दो दिनों में उन्होंने प्रतिनिधिमंडल सहित, कृषि में इजराइल की मजबूती और नवाचार को देखा है। इजराइल के रेगिस्तानी क्षेत्रों को वेजिटेबल बास्केट में बदलने के प्रयासों की वह सराहना करते हैं।