नई दिल्ली, 11 मई (हि.स.)। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार ऐसी नीतियां नहीं बनाती जो लोगों को पसंद आए, बल्कि इससे उन्हें फायदा होता है।
शाह विज्ञान भवन में ‘मोदी @20: ड्रीम्स मीट डिलीवरी’ पुस्तक के विमोचन के अवसर पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि वे गर्व से कह सकते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी की हर नीति-हर कार्यक्रम में देश को विश्वगुरु बनाने की सोच सबसे ऊपर रहती है।
गृह मंत्री ने कहा कि कोई व्यक्ति 30 साल तक अथक परिश्रम कर संवेदना के साथ समस्याओं का विश्लेषण करता है और उसके आधार पर समस्या का समाधान करता है तब वह सफल राजनेता बनता है। उन्होंने नरेन्द्र मोदी को संगठन के कार्यकर्ता के रूप में छोटे से छोटे गांव में कभी बस, कभी मोटरसाइकिल और कभी ऑटो में बैठकर गरीब से गरीब व्यक्ति के घर जाकर उनकी समस्याएं सुनते देखा है। इसलिए आज मोदी देश के हर क्षेत्र और हर वर्ग के सबसे लोकप्रिय नेता हैं।
शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हमेशा रचनात्मक तरीके से परिणाम लाने वाले उच्च लक्ष्यों के लिए सोचते हैं। मोदी की इस प्रगतिशील सोच ने देश में एक बहुत बड़ा परिवर्तन लाने का काम किया है। मोदी हमेशा लोगों की बात बहुत ही एकाग्रता और धैर्य के साथ सुनते हैं। उन्होंने भारतीय राजनीति में नरेन्द्र मोदी से बड़ा श्रोता कोई नहीं देखा है।
उन्होंने कहा कि जब तक किसी के मन में लोगों की गरीबी व समस्याएं देखकर टीस पैदा नहीं होती तब तक कोई व्यक्ति नरेन्द्र मोदी नहीं बन सकता। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने दृढ़ नेतृत्व से विश्व में भारत की विदेश नीति को प्रस्थापित कर सबको बताया कि हम सबके साथ दोस्ती चाहते हैं लेकिन हम भारत की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेंगे। भारत की जनता ने अपने नेता के रूप में नरेन्द्र मोदी को दिल से स्वीकारा है जो बताता है कि जनता मोदी से कितना प्यार करती है।
उल्लेखनीय है कि ‘मोदी @20: ड्रीम्स मीट डिलीवरी’ ब्लूक्राफ्ट डिजिटल फाउंडेशन द्वारा वित्त पोषित और रूपा द्वारा प्रकाशित पुस्तक में अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, एनएसए अजीत डोभाल, इंफोसिस के नंदन नीलेकणी और सुधा मूर्ति, कोटक महिंद्रा के उदय कोटक बैंक और शटलर पीवी सिंधु सहित अन्य प्रतिष्ठित लोगों द्वारा लिखे गए 21 लेखों का संकलन है।
इस कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू मुख्य अतिथि के रूप में थे और अमित शाह व जयशंकर वक्ताओं में थे। इसमें वरिष्ठ नौकरशाहों और करण जौहर, सिद्धार्थ मल्होत्रा और शंकर महादेवन जैसी बॉलीवुड हस्तियों के अलावा सभी प्रमुख कैबिनेट मंत्रियों की उपस्थिति देखी गई।