नई दिल्ली, 11 मई (हि.स.)। सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने सैन्य बलों के सर्वोच्च कमांडर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों मंगलवार को सम्मानित बहादुरों और शहीद जवानों की वीर नारियों से मुलाकात की। सेना प्रमुख ने नई दिल्ली में रक्षा अलंकरण समारोह में पुरस्कार पाने वालों के साथ बुधवार को बातचीत की। उनकी पत्नी और आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन (एडब्ल्यूडब्ल्यूए) की अध्यक्ष ने श्रद्धांजलि के रूप में वीर नारियों को बलिदान का बैज और सम्मान प्रमाण पत्र दिया।
राष्ट्रपति ने कोविंद ने रक्षा अलंकरण समारोह (चरण-1) के दौरान भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे को परम विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया है। 14वीं कोर के पूर्व कमांडर (वर्तमान में सैन्य सचिव) लेफ्टिनेंट जनरल पी गोपालकृष्ण मेनन को पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर संघर्ष के दौरान उनकी भूमिका के लिए उत्तम युद्ध सेवा पदक दिया गया। इसके अलावा लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडेय को उत्तम युद्ध सेवा मेडल, 18 मद्रास रेजिमेंट के कैप्टन आशुतोष कुमार के माता-पिता को उनका शौर्य चक्र (मरणोपरांत) मिला। लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लों (सेवानिवृत्त) ने परम विशिष्ट सेवा पदक प्राप्त किया।
अलंकरण समारोह में नायब सूबेदार श्रीजीत एम (17 मद्रास), हवलदार अनिल तोमर (44 आरआर), पिंकू कुमार (34 आरआर), काशीराय बम्मनल्ली (44 आरआर) और सिपाही जसवंत रेड्डी (17 मद्रास) को शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया। सशस्त्र सेनाओं के कर्मियों को छह मरणोपरांत सहित 13 शौर्य चक्र प्रदान किए। राष्ट्रपति ने सैन्य कर्मियों को असाधारण स्तर की विशिष्ट सेवा के लिए 14 परम विशिष्ट सेवा पदक, चार उत्तम युद्ध सेवा पदक और 24 अति विशिष्ट सेवा पदक भी प्रदान किए। विशिष्ट वीरता, अदम्य साहस और कर्तव्य के प्रति सर्वोच्च समर्पण के लिए भी कर्मियों को वीरता पुरस्कार दिए गए।
जनरल मनोज पांडे ने आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों मंगलवार को सम्मानित बहादुरों और शहीद जवानों की वीर नारियों से मुलाकात की। उन्होंने और आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन की अध्यक्ष ने बहादुरों की वीरता और बलिदान को श्रद्धांजलि के रूप में वीर नारियों को बलिदान का बैज और सम्मान प्रमाण पत्र प्रदान किया।