नई दिल्ली, 09 मई (हि.स.)। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इस बात पर जोर दिया है कि परियोजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए कारगर प्रौद्योगिकी, आर्थिक व्यवहार्यता, कच्चे माल की उपलब्धता और प्रभावी विपणन आवश्यक हैं।
गडकरी ने सोमवार को सीएसआईआर-सीआरआरआई द्वारा गड्ढों की मरम्मत के लिए मोबाइल कोल्ड मिक्सर कम पेवर मशीन और पैच फिल मशीन का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि सड़क क्षेत्र में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि निर्माण की लागत कम हो और निर्माण गुणवत्ता सुधरे।
मंत्री ने कहा कि किसी भी तकनीक का पेटेंट पंजीकरण करना काफी नहीं है। उन्होंने कहा कि पेटेंट का व्यवसायीकरण और पूरी तरह से उपयोग होने तक यह संगठन की जिम्मेदारी है कि वह नियमित देखरेख करे। गडकरी ने कहा कि विभिन्न कारणों से कारगर प्रौद्योगिकी को अपनाने में हिचकिचाहट रहती है। उन्होंने कहा कि नई प्रणालियों और प्रौद्योगिकियों को लागू करने के लिए संचार, समन्वय और सहयोग में पूर्ण तारतम्य आवश्यक है।
मंत्री ने सीएसआईआर को 1997 में नागपुर में सीमेंट-कंक्रीट सड़क के निर्माण के लिए उनके डिजाइन के लिए बधाई दी, जिसमें आज तक कोई गड्ढा नहीं देखा गया है। उन्होंने कहा कि सड़कों के निर्माण में स्टील और सीमेंट के विकल्प का इस्तेमाल करने के हर संभव प्रयास किए जाने चाहिए।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि सड़क परिवहन और राजमार्ग क्षेत्र में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के बढ़ते अनुप्रयोग देश की विकास यात्रा को मदद मिली है। उन्होंने दोहराया कि आने वाले दशकों में भारत का उत्थान विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के माध्यम से निर्धारित किया जाएगा। मंत्री ने कहा कि कोल्ड मिक्सर और पैच फिल मशीन भारत के पहाड़ी राज्यों, विशेषकर पूर्वोत्तर क्षेत्र में सड़कों और राजमार्गों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।