इंदौर, 8 मई (हि.स.)। शहर के विजय नगर थाना क्षेत्र की स्वर्ण बाग कॉलोनी में दो मंजिला मकान में आग लगाने के मामले में आरोपित को पुलिस ने शनिवार देर रात गिरफ्तार कर लिया है। इस अग्निकांड में सात लोगों की मौत हो गई थी। पुलिस के अनुसार युवक ने प्रेमिका की बेवफाई से नाराज होकर उसके स्कूटर में आग लगाई थी।
पुलिस के अनुसार क्राइम ब्रांच टीम ने स्वर्ण बाग कॉलोनी के दो मंजिला मकान में आग लगाने के मामले में आरोपित निरंजनपुर निवासी संजय उर्फ शुभम दीक्षित पुत्र देवेन्द्र दीक्षित को शनिवार देर रात निरंजनपुर क्षेत्र से गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी से बचने के लिए भागने के चक्कर में उसके हाथ पैर टूट गए। पुलिस ने उसे देर रात एमवाय अस्पताल में ले जाया गया। पुलिस के अनुसार गिरफ्तारी के बाद आरोपित ने वारदात को अंजाम देना कबूल किया। पुलिस का संजय ने बताया कि स्वर्ण बाग कॉलोनी के दो मंजिला मकान में रहने वाली एक युवती से वह प्यार करता था। आरोपित के अनुसार दोनों के शारीरिक संबंध भी बन गए थे, लेकिन युवती का चंदननगर में रहने वाले युवक से रिश्ता तय हो गया। इस बात पर दोनों में विवाद शुरू हो गया और संजय स्वर्णबाग कालोनी से मकान खाली कर निरंजनपुर रहने चला गया। उसने युवती से बदला लेने की नियत से उसके स्कूटर को घटना की रात 3 बजे आग लगा दी थी। इस अग्निकांड में भवन में 14 दो और चार पहिया वाहन जल गए। आग और धुएं के कारण ईश्वर सिसोदिया, नीतू सिसोदिया, आकांक्षा, समीर सिंह सहित सात लोगों की मौत हो गई थी।
आरोपित संजय ने पुलिस को बताया कि वह उस लड़की से बहुत परेशान हो गया था। उसने मेरे साथ बहुत गलत किया। उसने मुझसे खूब खर्चा करवाया और बाद में पता चला वह तो दूसरों से भी ऐसे करवाती है। मैं उससे सारे रिश्ते खत्म करना चाहता था, लेकिन वह मुझे छोड़ती ही नहीं थी। वह मुझसे अक्सर पैसे भी मांगती रहती थी। संजय ने उसी गाड़ी से पेट्रोल निकाला, जिससे वह स्वर्णबाग कालोनी आया था। लड़की की गाड़ी की सीट में आग लगाई और भाग गया। उसने बताया कि वह युवती की गाड़ी जलाना चाहता था लेकिन मुझसे बहुत बड़ा कांड हो गया।
विजय नगर थाना प्रभारी तहजीब काजी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज मिलने के बाद यह साफ हो गया था कि किसी सफेद शर्ट वाले युवक ने गाड़ियों में आग लगाई है। आरोपित संजय का मोबाइल रात 9 बजे तक चालू था और वह लगातार अपने दोस्त से बात कर रहा था, जिसकी लोकेशन ट्रैक करके आरोपित संजय दीक्षित को पुलिस ने लसूड़िया इलाके के निरंजनपुर चौराहे के समीप से गिरफ्तार किया।
थाना प्रभारी काजी ने बताया कि पुलिस को इलाके की रहने वाली युवती ने इस घटना के पीछे सिरफिरे आशिक संजय के बारे में बताया था। पुलिस उस युवती को भी थाने लेकर आई और देर रात तक उससे पूछताछ करने के बाद पूरा घटनाक्रम साफ हो गया।
उन्होंने बताया कि खबर मिली है कि संजय दिल्ली में भी इसी तरह का कांड कर चुका है। उसने दिल्ली में रहने के दौरान द्वारका नाका इलाके में एक इमारत में आग लगाकर 11 लोगों को मारा था। थाना प्रभारी ने बताया कि संजय ने दिल्ली में दो महीने रुकना स्वीकारा है लेकिन वह घटना से इन्कार कर रहा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।