देहरादून, 08 मई (हि.स.)। अंतरराष्ट्रीय सहयोग परिषद की ओर से रविवार को बालेश्वर अग्रवाल जन्मदिवस शताब्दी समारोह में उनके जीवन दर्शन और समाज, राष्ट्र के लिए किए कार्यों को याद किया गया। इस दौरान वक्ताओं ने बालेश्वर अग्रवाल के कार्यों का याद करते हुए कहा कि उन्होंने सरकार के प्रभाव से इतर पत्रकारिता धर्म का निष्पक्ष होकर पालन किया।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि अंतरराष्ट्रीय सहयोग परिषद के महामंत्री श्याम केशव परांडे ने कहा कि बालेश्वर अग्रवाल प्रवासी भारतीयों में भारतीय संस्कार और संस्कृति के संरक्षण के लिए समर्पित थे। उन्होंने अपने राष्ट्रप्रेम और अनुशासन के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय सहयोग परिषद की स्थापना कर प्रवासी भारतीयों को एकता के सूत्र में जोड़ने का ऐतिहासिक कार्य किया। जिसकी सभी सरकारों की ओर से मुक्तकंठ से सराहना की गई।
उन्होंने बताया कि वर्ष 1975 में इलाहाबाद उच्च न्यायालय से तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के विरुद्ध आये निर्णय को रोकने के लिए तत्कालीन सूचना एवं प्रसारण मंत्री भारत सरकार विद्या चरण शुक्ल और तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के भारी दबाव के बावजूद बालेश्वर अग्रवाल ने हिन्दुस्थान समाचार के माध्यम से अपने पत्रकारिता धर्म का पालन किया।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता विश्व संवाद केन्द्र के निदेशक विजय कुमार ने कहा कि बालेश्वर अग्रवाल ने अपने जीवन काल में अंतरराष्ट्रीय सहयोग परिषद की स्थापना कर ऐतिहासिक कार्य किया। उन्होंने बालेश्वर अग्रवाल के अनुशासन राष्ट्र प्रेम और प्रेम के प्रसंग प्रस्तुत कर टेलीप्रिंटर के माध्यम से हिन्दी मानसिकता की पत्रकारिता के उदाहरण प्रस्तुत किए।
अंतरराष्ट्रीय सहयोग परिषद देहरादून के अध्यक्ष एस एस कोठियाल पूर्व आई ने सभी अतिथियों के स्वागत करते हुए चेप्टर द्वारा कृत प्रगति कार्यों से अवगत करवाया। संस्था के वरिष्ठ उपाध्यक्ष दयानंद चंदौला ने बालेश्वर अग्रवाल के प्रेरक जीवनदर्शन पर प्रकाश डाला।
समारोह में प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक विण्डलास ने मनोहारी राम भजन, कवयित्री डोली डबराल ने मां की प्रभावी कविता प्रस्तुत की और मधु बैरी ने कलर थैरेपी पर प्रसंग प्रस्तुत कर समारोह को रोचक बनाया।
इस दौरान राष्ट्रीय सहारा समाचार पत्र के सम्पादक जितेंद्र नेगी का अभिनंदन-सम्मान भी किया गया। सम्मान प्राप्त करने के बाद जितेंद्र नेगी ने कहा कि इस प्रकार के सार्वजनिक अभिनन्दन और सम्मान से सम्मान प्राप्त करने वालों की समाज के प्रति जिम्मेदारी और अधिक बढ़ जाती है।
समारोह में अंतरराष्ट्रीय सहयोग परिषद देहरादून चेप्टर के अध्यक्ष एस कोठियाल और उत्तराखंड के अध्यक्ष राजीव बैरी ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने बताया कि अन्तरराष्ट्रीय सहयोग परिषद जैसी प्रभावी संस्था के संस्थापकों में से एक बालेश्वर अग्रवाल ने प्रवासी भारतीयों को भी संस्कार और संस्कृति से जुड़े रहने का मार्ग प्रशस्त किया।
समारोह को प्रसिद्ध समाजसेवी डॉ एस फारुख, डा. नवीन जोशी, एसोसिएट प्रोफेसर उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय ने भी संबोधित किया। डॉ मंजु भट्ट ने अप्रैल 2022 माह में सम्पन्न काशी विश्वनाथ बनारस यात्रा का सजीव वर्णन प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय सहयोग परिषद में 12 नये बने सदस्यों का स्वागत किया गया। समारोह का संचालन अंतरराष्ट्रीय सहयोग परिषद के सचिव कैप्टन सुधांशु कुकरेती और पीआरओ योगेश अग्रवाल द्वारा संयुक्त रूप से किया।
दो घंटे से अधिक चले मौन प्रार्थना से शुभारम्भित समारोह में मसूरी चेप्टर के अध्यक्ष मनोरंजन त्रिपाठी (पूर्व आईजी) व संयुक्त सचिव सरोज जैन और ऋषिकेश चेप्टर के अध्यक्ष अविनाश चंद्र ओहरी, अशोक शर्मा, प्रवीण ममगाईं,अजीत सिंह तोमर,पी सी डंगवाल, प्रीति गोदियाल, डी के भट्ट ,टी आर उनियाल, डॉ मुकेश गोयल,अरुण शेखर बहुगुणा, योगेन्द्र अग्रवाल,आर के बक्शी, जेपी सेमवाल, उमाचंद्र विक्रम, शालिनी कोठियाल, अरशू अली सहित अनेक गण्यमान्य नागरिक उपस्थित रहे।