कोलकाता, 06 मई (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के युवा कार्यकर्ता अर्जुन चौरसिया की मौत के मामले में हाई कोर्ट ने विशेष निर्देश दिया है। कोर्ट ने शव का पोस्टमार्टम कमांड अस्पताल में करने को कहा है। शुक्रवार को मुख्य न्यायाधीश प्रकाश श्रीवास्तव की पीठ ने मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि कोलकाता पुलिस के आयुक्त विनीत गोयल अपनी निगरानी में शव को कमांड अस्पताल में ले जाकर सौंपेंगे। पोस्टमार्टम की पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी करनी होगी।
काशीपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले अर्जुन चौरसिया का शव शुक्रवार सुबह एक मकान में फंदे से लटका हुआ बरामद हुआ। साढ़े पांच घंटे तक भाजपा कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करने के बाद पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लिया। आरोप लगाया गया कि मृतक की मां और परिवार के अन्य सदस्यों को मारपीट कर पुलिस बल पूर्वक शव को अपने साथ ले गई और आरजीकर अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाया जा रहा था।
इसके बाद अर्जुन चौरसिया की मां लक्ष्मीना चौरसिया की ओर से हाई कोर्ट में याचिका लगाई गई थी, जिस पर सुनवाई की अनुमति प्रकाश श्रीवास्तव ने दे दी। अधिवक्ता प्रियंका टिबरेवाल ने पार्टी की ओर से अपना पक्ष रखा और कहा कि राज्य सरकार पर किसी तरह से भरोसा नहीं किया जा सकता, क्योंकि हत्या का आरोप भी सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर हैं और राज्य के मंत्री बिना जांच शुरू हुए घटना को आत्महत्या करार दे रहे हैं। इसके बाद कोर्ट ने स्पष्ट कर दिया कि मृतक का पोस्टमार्टम आरजीकर में नहीं, बल्कि अलीपुर कमांड अस्पताल में होगा। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि कोलकाता पुलिस के आयुक्त विनीत गोयल अपनी निगरानी में शव को कमांड अस्पताल में ले जाकर सौंपेंगे। पोस्टमार्टम की पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी करनी होगी।
उल्लेखनीय है कि गृह मंत्री अमित शाह उत्तर बंगाल से दमदम हवाई अड्डे पर उतरने के बाद सीधे अर्जुन चौरसिया के घर पहुंचे और पीड़ित परिवार से मुलाकात की। परिजनों ने सीबीआई जांच की मांग की है। शाह ने कहा है कि भाजपा इस मामले में हत्यारों को कड़ी सजा दिलवाएगी।