कानपुर, 04 मई (हि.स.)। न्याय की आस लिए कानपुर जोन में आने वाले ललितपुर जनपद में गैंगरेप की शिकार हुई नाबालिग बेटी को पाली थाना में भी न्याय नहीं मिला। आरोप के मुताबिक थानेदार की ऐसी नीयत खराब हुई कि उसने भी नाबालिग बेटी के साथ बलात्कार की घटना को अंजाम दे डाला। मामला आलाधिकारियों तक पहुंचा तो एडीजी कानपुर जोन ने सख्त कदम उठाते हुए दुष्कर्म आरोपित थानेदार के खिलाफ उसी थाने में मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दे दिये। यही नहीं पांच अन्य स्टॉफ को भी सह आरोपी बनाया गया है। इसके साथ पूरे थाने के स्टाफ को लाइन हाजिर कर दिया गया और मामले की जांच झांसी डीआईजी जोगेन्द्र सिंह को सौंपी गई है जो 24 घंटे के अंदर जांच रिपोर्ट सौंपेगे। वहीं फरार आरोपित थाना प्रभारी की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमों का गठन कर दिया गया है।
बता दें कि, ललितपुर जनपद के पाली थाना क्षेत्र में 13 साल की एक नाबालिग को चार लोग बहला फुसलाकर भोपाल ले गये थे। आरोप है कि चारों स्टेशन के आसपास उसे रखे थे और तीन दिन उसके साथ गैंगरेप होता रहा। इसके बाद आरोपित नाबालिग को घर के पास छोड़कर फरार हो गये। पीड़िता ने पाली थाना में शिकायत की और आरोप के मुताबिक थाना प्रभारी तिलकधारी सरोज पीड़िता को बयान के लिए थाना बुलाया फिर थाना परिसर में ही अपने कमरे ले गया और बलात्कार की घटना को अंजाम दे डाला। पीड़िता की जब चाइल्ड लाइन में काउंसलिंग हुई तो पूरा मामला सामने आया और चाइल्ड लाइन के कर्मचारी पीड़िता को लेकर पुलिस अधीक्षक ललितपुर के पास पहुंचे।
पुलिस अधीक्षक ने मामले का संज्ञान लिया तो थाना प्रभारी की करतूत खुलकर सामने आ गई। थाना प्रभारी द्वारा की गई ऐसी निंदनीय घटना को लेकर कानपुर जोन के अपर पुलिस निदेशक भानु भास्कर ने बुधवार को सख्त कदम उठाते हुए थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया। इसके साथ ही उसी थाना में उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दे दिये। यही नहीं पांच अन्य स्टाफ को भी सह आरोपी बनाया गया है और पूरे स्टॉफ को लाइन हाजिर कर दिया गया। मामले की जांच झांसी के डीआईजी जोगिन्द्र सिंह को सौंपी गई है जो 24 घंटे के अंदर जांच रिपोर्ट एडीजी को सौंपेगे।