जागरण समाचार प्रतिनिधि
अगरतला, 2 मई।। आम आदमी पार्टी (आप) ने त्रिपुरा में कांग्रेस को तोड़ने और खुद को भाजपा विरोधी ताकत के रूप में स्थापित करने के अपने प्रयासों को तेज कर दिया है। अरविंद केजरीवाल ने त्रिपुरा प्रदेश कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष को पार्टी में शामिल करने में सफल रहे हैं। राज्य में पार्टी का संगठन का गठन नहीं हुआ, फ़िरभी ये सफलता काफ़ी अहम है। आज नई दिल्ली में आम आदमी पार्टी सुप्रीमो और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पार्टी में त्रिपुरा प्रदेश कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष सुमन लश्कर का स्वागत किया। सुमनबाबू ने रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र भेजकर पार्टी की प्रारंभिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।
गौरतलब है तृणमूल कांग्रेस पहले ही त्रिपुरा में कांग्रेस के वोटों का बंटवारा कर चुकी है। पहाड़ियों खेत्र में तिपरा मथा के वर्चस्व से कांग्रेस का सफाया हो गया है। राज्य में बीजेपी-आईपीएफटी गठबंधन की सरकार बनने के बाद से सदियों पुरानी कांग्रेस पार्टी सिर्फ साइनबोर्ड मे सीमाटकर रहे गई है। हालांकि कुछ दिनों पहले ऐसा लग रहा था कि भाजपा विधायक सुदीप रॉय बर्मन और आशीष कुमार साहा पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल होकर कुछ ऑक्सीजन देने में कामयाब रहेंगे। लेकिन संभावना है कि कांग्रेस का खेमा फिर से टूट जाएगा।
आम आदमी पार्टी ने हालही मे ही पंजाब पर कब्जा कर लिया है। कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकने में अरविंद केजरीवाल की बड़ी सफलता ने देश में भाजपा विरोधी राजनीतिक समीकरण को एक नया आयाम दिया है। इसमें राजनीतिक गलियारों को लग रहा है कि आम आदमी पार्टी देश भर में बीजेपी विरोधी ताकत के तौर पर सबसे आगे आने की कोशिश कर रही है। ऐसे में कांग्रेस को अरविंद केजरीवाल का पहला निशाना माना जा रहा है।
आम आदमी पार्टी त्रिपुरा के अलावा पूर्वोत्तर में असम में भी अपने संगठन का विस्तार करना चाहती है। शुरुआत में त्रिपुरा में पार्टी का आंदोलन हाल ही में देखा जा रहा है। इस बीच, कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष का इस्तीफा देकर और आम आदमी पार्टी में शामिल होकर त्रिपुरा की राजनीति में अरविंद केजरीवाल ने प्रभाव डालने की कोशिश कर रहे हैं। अंत में माना जा रहा है कि कांग्रेस को बहुत नुकसान होगा। क्योंकि, सुमन लश्कर को एक पारदर्शी छवि वाली राजनीतिक हस्ती के रूप में जाना जाता है। राजनीतिक पर्यवेक्षकों का दावा है कि सोनमुरा के एक निवासी की शैक्षणिक योग्यता में एक बी.टेक इंजीनियर को आम आदमी पार्टी में शामिल कर कांग्रेस को गेहेरी सोच मे डाल दिया है।