पौड़ी, 03 मई (हि.स)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखंड से हो रहे पलायन पर चिंता जताते हुए कहा कि इसके लिए उत्तराखंड सरकार को युवाओं को पर्यटन के रोजगार से जोड़ना होगा। योगी यह बात उत्तराखंड के अपने दौरे के पहले दिन मंगलवार को पौड़ी गढ़वाल जिले के यमकेश्वर ब्लॉक स्थित भित्यादी गांव में गुरु महंत अवैद्यनाथ की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में बोल रहे थे। मुख्यमंत्री योगी उत्तराखंड के तीन दिवसीय दौरे पर हैं।
इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जहां कुछ भावुक हुए वहीं उन्होंने उत्तराखंड सरकार को नसीहत देते हुए इशारा भी किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में नौजवानों की बात करनी चाहिए कि आखिर उत्तराखंड से लोग खासकर युवा क्यों लगातार पलायन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यहां का माहौल और प्राकृतिक वातावरण बहुत सुंदर है। इसके बावजूद लोग लगातार यहां से पलायन कर रहे हैं, यह एक सोचनीय विषय है। उन्होंने कहा कि हम लोग भी यहीं से पढ़े-लिखे हैं। उन्होंने कहा कि पहाड़ के युवा पूरे भारत अपना लोहा मनवा रहे हैं, जिसे हमें समझना होगा।
योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड मिलकर अच्छा काम कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को नहीं देश को बचाने के लिए उत्तराखंड में पलायन को रोकना होगा। साथ ही उत्तराखंड के गदेरे और जल संरक्षण को लेकर प्रधानमंत्री की मिशन पर काम करना होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि चंपावत उपचुनाव का उनके द्वारा आज से शंखनाद कर दिया गया है
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तराखंड में बालिकाओं में पढ़ने की इच्छा शक्ति अधिक होती है जबकि बालक गांव-शहर छोड़कर पलायन कर जाते हैं। उन्होंने सबसे ज्यादा चिंता उत्तराखंड में हो रहे पलायन पर जताई।
योगी ने कहा कि उत्तराखंड सरकार पर्यटन को स्वरोजगार से जोड़कर रोजगार के बड़े रास्ते खोल सकती है। इससे पलायन भी रुकेगा और युवाओं को रोजगार भी मिलेगा। उन्होंने कहा है कि 5 तारीख को परिसंपत्तियों को लेकर होने वाले कार्यक्रम में उत्तराखंड के लंबित मामलों का निस्तारण हो जाएगा। मुख्यमंत्री योगी के पूरे संबोधन में आत्मीयता और उत्तराखंड के प्रति खासा लगाव दिखा।
इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा सम्मानित गुरुजनों और उनके सहपाठियों में भी खासा उत्साह दिखा। कार्यक्रम में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत और स्वामी चिदानंद महाराज आदि कई गण्यमान्य उपस्थित थे।