नई दिल्ली, 02 मई (हि.स.)। भारत और जर्मनी कृषि और प्राकृतिक संसाधनों के सतत प्रबंधन को लेकर साथ काम करेंगे। इसको लेकर दोनों देशों के बीच सोमवार को सहमति बनी है। कृषि मंत्रालय की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार भारत और जर्मनी के बीच कृषि पारिस्थितिकी एवं प्राकृतिक संसाधनों के सतत प्रबंधन को लेकर सहमति बनी है। इस संबंध में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और जर्मनी की आर्थिक सहयोग व विकास मंत्री स्वेंजा शुल्ज़ ने आज वर्चुअल बैठक में घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर किए।
कृषि मंत्रालय के अनुसार इस समझौते के बाद दोनों देशों के शैक्षणिक संस्थानों और किसानों के बीच संयुक्त अनुसंधान, ज्ञान के आदान-प्रदान व नवाचार और निजी क्षेत्र के साथ आदान-प्रदान और साझेदारी व अनुसंधान सहयोग को प्रोत्साहित करके प्रौद्योगिकी व वैज्ञानिक ज्ञान के अंतरण को बढ़ावा दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि जर्मनी का संघीय आर्थिक सहयोग और विकास मंत्रालय इस पहल के तहत परियोजनाओं के लिए वित्तीय और तकनीकी सहयोग के लिए वर्ष 2025 तक 300 मिलियन यूरो खर्च करेगा। तकनीकी सहयोग परियोजना द्वारा भारत में कृषि पारिस्थितिकी परिवर्तन प्रक्रिया का समर्थन करते हुए जर्मनी इस पहल के लिए सहायता प्रदान करेगा।