नई दिल्ली, 01 मई (हि.स.)। अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर सरकार को राहत देने वाली खबर है। चालू वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही के पहले ही महीने अप्रैल में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) का संग्रह रिकॉर्ड 1.68 लाख करोड़ रुपये रहा। वित्त मंत्रालय ने रविवार को यह जानकारी दी।
वित्त मंत्रालय के बयान के मुताबिक अप्रैल, 2022 जीएसटी संग्रह रिकॉर्ड 1,67,540 करोड़ रुपये रहा। इससे पहले मार्च 2022 में जीएसटी का संग्रह 1,42,.095 करोड़ रुपये था। इस तरह अप्रैल का जीएसटी संग्रह मार्च की तुलना में करीब 25 हजार करोड़ रुपये अधिक है। देश में जीएसटी व्यवस्था लागू होने के बाद पहली बार जीएसटी का संग्रह 1.50 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है।
आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2022-23 के पहले महीने में कुल जीएसटी संग्रह 1,67,540 करोड़ रुपये रहा। पिछले साल अप्रैल में जीएसटी संग्रह 1,39,708 करोड़ रुपये था। इस तरह सालाना आधार पर जीएसटी संग्रह में 20 फीसदी का इजाफा हुआ है। इसमें सरकार ने सीजीएसटी के तौर पर 33,159 करोड़ रुपये, एसजीएसटी के तौर पर 41,793 करोड़ रुपये, आईजीएसटी के जरिए 81,939 करोड़ रुपये और सेस के जरिए 10,649 करोड़ रुपये जुटाए हैं।
उल्लेखनीय है कि रूस-यूक्रेन के बीच जारी जंग के बावजूद जीएसटी संग्रह में यह बढ़ोतरी अर्थव्यवस्था में सुधार और औद्योगिक उत्पादन के पटरी पर आने के संकेत हैं। हालांकि, आर्थिक मामलों के जानकारों का मानना है कि आने वाले कुछ महीनों में जीएसटी संग्रह प्रभावित हो सकता है।