अंकारा, 29 अप्रैल (हि.स.)। पाकिस्तानियों की हरकतें तुर्की को भी परेशान कर रही हैं। इसीलिए तुर्की ने पाकिस्तानी नागरिकों के लिए अपनी वीजा नीति सख्त करने का फैसला किया है। साथ ही अब तुर्की सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों के लिए अस्थायी परमिट जारी करने पर भी रोक लगाने का निर्णय लिया है।
तुर्की की राजधानी अंकारा, सबसे बड़े शहर इस्तांबुल सहित कई अन्य प्रमुख शहरों में भारी संख्या में पाकिस्तान के नागरिक रोजगार की दृष्टि से रह रहे हैं। इस बीच पाकिस्तानियों की हरकतें तुर्की प्रशासन को परेशान कर रही हैं। कुछ दिन पहले तुर्की के इस्तांबुल में चार नेपाली नागरिकों का अपहरण हुआ था। इस्तांबुल के तक्सिम स्क्वायर के पास से चार नेपाली नागरिकों का अपहरण करने वाले छह पाकिस्तानी नागरिकों ने उन्हें खूब प्रताड़ित भी किया था। साथ ही उन्हें छोड़ने के बदले फिरौती भी मांगी थी। बाद में तुर्की पुलिस ने छह पाकिस्तानी नागरिकों को गिरफ्तार भी किया था।
इस घटना के बाद तुर्की पुलिस ने अभियान चलाते हुए आपराधिक घटनाओं में संलिप्त पाकिस्तानी नागरिकों की गिरफ्तारी शुरू की थी। इनमें पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को सत्ता से हटाए जाने का विरोध करने वाले कुछ लोग भी शामिल थे। हालांकि, बाद में पाकिस्तानी राजनयिकों के दखल के बाद उन्हें दूतावास के हवाले कर दिया गया था।
इस तरह तुर्की के सबसे बड़े शहर में खुलेआम अपहरण कांड में पाकिस्तानी नागरिकों का हाथ सामने आने और कई अन्य आपराधिक घटनाओं में पाकिस्तानियों की संलिप्तता की पुष्टि के बाद तुर्की ने सख्त फैसला लेने की नीति अपनाई है। अब पाकिस्तानी नागरिकों के लिए तुर्की का वीजा पाना आसान नहीं होगा। इसके लिए अब वीजा नीति को और सख्त किया जाएगा। इसके अलावा तुर्की की सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों के लिए जारी किये जाने वाले अस्थायी निवास परमिट पर भी रोक लगाने का फैसला किया है। इससे पाकिस्तानी नागरिकों का तुर्की में जाना व रुकना मुश्किल हो जाएगा और उनके सामने रोजगार का संकट भी पैदा होगा।