नई दिल्ली , 25 अप्रैल (हि.स.)। राजधानी दिल्ली के सत्य निकेतन में सोमवार दोपहर एक निर्माणाधीन तीन मंजिला इमारत अचानक भरभरा कर ढह गई। हादसे में छह लोग मजदूर मलबे के नीचे दब गए जिनमें दो मजदूरों की मौत हो गई जबकि चार गंभीर रूप से घायल है। सूचना मिलते ही मौके पर दमकल विभाग, एनडीआरएफ, डीडीएमए, पुलिस, एंबुलेंस के अलावा राहत बचाव दल पहुंचा। टीमें ने तुरंत मलबे को हटाकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। चार घायलों का अस्पताल में उपचार चल रहा है। पुलिस मामला दर्ज कर जांच कर रही है।
डीसीपी मनोज सी के अनुसार, मृतक मजदूरों की पहचान 40 वर्षीय बिलाल, 35 वर्षीय नसीम के रूप में हुई है। वहीं घायलों की पहचान 25 वर्षीय सरफराज, मो.फिरदौस, 17वर्षीय असलमऔर 19 वर्षीय मुसाहिद के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि सभी बिहार के रहने वाले हैं।
डीसीपी के मुताबिक सोमवार दोपहर करीब 1.25 बजे साउथ कैंपस थाना पुलिस को सत्य निकेतन में एक तीन मंजिला निर्माणाधीन इमारत ढहने की सूचना मिली। सूचना मिलते ही मौके पर स्थानीय पुलिस, एनडीआरएफ, डीडीएमए, पुलिस, एंबुलेंस के अलावा राहत बचाव दल पहुंच गया। मौके पर पहुंची पुलिस टीम को एक मजदूर इमारत के बाहर मिला। उसने बताया कि मलबे के अंदर छह लोग फंसे हुए हैं।
इसके बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया और इमारत के बाहर खड़े घायल को तुरंत अस्पताल भेजा गया। राहत बचाव दल ने कड़ी मशक्कत के बाद मलबे में फंसे छह लोगों को बाहर निकाला और तुरंत एंबुलेंस की मदद से अस्पताल में भर्ती कराया। हालांकि अस्पताल पहुंचने पर डाक्टरों ने दो को मृत घोषित कर दिया।
इमारत में मरम्मत का चल रहा था काम
बताया जा रहा है कि ये इमारत तीन मंजिला थी। इसमें मरम्मत का काम किया जा रहा था। सोमवार दोपहर को सभी मजदूर काम कर रहे थे। इसी दौरान अचानक इमारत भरभरा कर गिर गई। सूचना मिलते ही मौके पर राहत बचाव दल के अलावा अन्य दल भी पहुंच गए और उन्होंने तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर मलबे में फंसे भी लोगों को बाहर निकाला।
काफी पुरानी थी इमारत
स्थानीय लोगों ने बताया कि ये काफी पुरानी इमारत थी। इमारत के मालिक ने एक ठेकेदार को इसकी मरम्मत का काम दिया हुआ था। पिछले कई दिनों से इमारत में मरम्मत का काम किया जा रहा था। रोजाना की तरह सोमवार को भी कई मजदूर अपने काम पर आये और मरम्मत का काम करने लगे। दोपहर को अचानक हादसा हुआ।
25 टीमें बचाव में जुटी
सत्य निकेतन में हुई दुर्घटना पर एनडीआरएफ के एक अधिकारी ने बताया कि अभी तक जिन लोगों को रेस्क्यू किया गया है उनमे से दो लोगों की मौत हो चुकी है। अंदर फंसे अन्य लोगों को भी बाहर निकाल गया है और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हमारी 25 टीमें लोगों को बचाने में जुटी हुई हैं।