हनोई/नई दिल्ली, 21 अप्रैल (हि.स.)। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के नेतृत्व में भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने वियतनाम के हो ची मिन्ह शहर के पार्टी सचिव, एच.ई. न्ग्युएन वान नेन से आज मुलाकात की। इस दौरान बिरला ने वियतनाम और भारत में कई मुद्दों पर उल्लेखनीय समानता का जिक्र करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्थिति में बदलाब के बाबजूद दोनों देशों में दोस्ती और सहयोग की एक लंबी परंपरा रही है। यह क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर भारत और वियतनाम के बीच संबंधों की परिपक्वता और मजबूत संबंधों के महत्व को दर्शाता है।
बिरला ने कहा कि वियतनाम और भारत दोनों देश समान चुनौतियों का सामना कर रहे हैं और समान विकासात्मक दृष्टिकोण साझा करते हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि द्विपक्षीय सहयोग को जलवायु परिवर्तन, सतत विकास, स्वास्थ्य देखभाल और डिजिटल अर्थव्यवस्था जैसे क्षेत्रों में और विस्तारित किया जाना चाहिए । रक्षा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने की आवश्यकता का उल्लेख करते हुए बिरला ने विचार रखा कि रक्षा उद्योग, समुद्री सुरक्षा, क्षमता निर्माण कार्यक्रमों और संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना जैसे क्षेत्रों में बढ़ते रक्षा सहयोग ने द्विपक्षीय संबंधों को काफी गति प्रदान की है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि द्विपक्षीय रक्षा संबंध हमारे हिंद-प्रशांत क्षेत्र की शांति और स्थिरता बनाए रखने में एक प्रमुख भूमिका निभाएंगे।
न्ग्युएन वैन नेन ने कोविड महामारी के दौरान वियतनाम को भारत के समर्थन और टीकों, दवाओं और चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति की सराहना की। उन्होंने बिरला से हो ची मिन्ह शहर और भारत के बीच सीधी उड़ान शुरू करने की दिशा में प्रयास करने का भी अनुरोध किया। बिरला ने आश्वासन दिया कि वह भारत सरकार को उनकी भावना से अवगत कराएंगे।
संसदीय सहयोग पर विचार व्यक्त करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि संसदीय आदान-प्रदान द्विपक्षीय संबंधों की आधारशिला रहा है, क्योंकि इस तरह के आदान-प्रदान के दौरान जनप्रतिनिधि एक-दूसरे के साथ उद्देश्यपूर्ण तरीके से विचारों का आदान-प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि भारत और वियतनाम इस वर्ष राजनयिक संबंधों की 50वीं वर्षगांठ मना रहे हैं, यह संबंधों को और विकसित करने और द्विपक्षीय सहयोग को गहरा करने का एक अवसर है।
बाद में लोकसभा अध्यक्ष ने वियतनाम में भारतीय दूतावास द्वारा आयोजित एक सामुदायिक कार्यक्रम में भाग लिया। उल्लेखनीय है कि बिरला के नेतृत्व में एक संसदीय प्रतिनिधिमंडल 19 से 25 अप्रैल तक वियतनाम और कंबोडिया के दौरे पर है।