पटना/दरभंगा, 21 अप्रैल (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर सरकार में कृषि उत्पादन व किसान कल्याण विभाग में प्रधान सचिव के पद पर तैनात नवीन चौधरी के पैतृक गांव दरभंगा जिले में हायाघाट प्रखंड के मझौलिया गांव में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) की टीम ने गुरुवार छापेमारी की है। इस दौरान एक महिला सहित आठ अधिकारियों की टीम ने नवीन के माता-पिता सहित सभी भाईयों के घर की सघन तलाशी ली। हालांकि, इस छापेमारी में सीबीआई को कुछ भी हाथ नहीं लगा है।
नवीन के भाई मुकेश चौधरी ने हमारे कहा कि नवीन चार भाईयों में सबसे बड़े हैं। वे 1994 में सिविल सर्विस सेवा में जाने के बाद से हायाघाट गिनती के आए हैं। सीबीआई की टीम आई थी। छापेमारी में उन्हें कुछ भी नहीं मिला। उन्होंने बताया कि वे पिछले साल 11 अप्रैल, 2021 को पिताजी के श्राद्धकर्म में आए थे। उसके बाद उनसे बात तक नहीं है। न जाने किस बात की छापेमारी हो रही है। गोपनीय और औचक कार्रवाई होने से आस-पास के लोग भी कुछ समझते उससे पहले ही टीम वापस हो गई। इसके बाद पैतृक घर के मेन गेट को घर वालों ने बंद कर लिया।
उल्लेखनीय है कि दरभंगा जिले में हायाघाट प्रखंड के मझौलिया गांव निवासी और 1994 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी नवीन चौधरी जम्मू-कश्मीर के पहले स्थाई निवासी बनते ही पूरे देश में चर्चित हो गए थे। 24 जून, 2020 को बाहू तहसील के तहसीलदार रोहित शर्मा ने नवीन को जम्मू-कश्मीर का पहला डोमिसाइल सर्टिफिकेट जारी किया गया था।
नवीन चौधरी को यह सर्टिफिकेट जम्मू-कश्मीर ग्रांट डोमिसाइल सर्टिफिकेट (प्रोसिजर) रूल्स 2020 के नियम 5 के तहत जारी किया गया था। वे पिछले 26 वर्षों से जम्मू-कश्मीर में सेवा दे रहे हैं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा मझौलिया के बुनियादी विद्यालय में ही हुई थी।