– पेपर वाडिया महिला कॉलेज से लीक होने का सीनेट सदस्य का दावा
– एक घंटे तक पेपर देने के बाद छात्रों को बताया गया कि पेपर लीक हुआ
सूरत/अहमदाबाद, 20 अप्रैल (हि.स.)। वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय वर्तमान में बीकॉम सहित परीक्षा आयोजित कर रहा है। सीनेटर ने तब आरोप लगाया था कि बीकॉम सेमेस्टर-6 का अर्थशास्त्र का पेपर परीक्षा से एक घंटे पहले लीक हो गया था। पेपर लीक होने की घटना के चलते चांसलर ने परीक्षा रद्द कर दी है।
विश्वविद्यालय के एक सेनेटर भावेश रबारी ने कहा कि एक दिन पहले पेपर लीक किया गया था। यह पेपर प्राइवेट ट्यूशन क्लास से लीक क्या गया था ऐसा आरोप सेनेटर ने लगाया । हमने इस ओर वाईस चांसेलर का ध्यान आकृष्ट कराया है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है। बार-बार छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले शासकों द्वारा कोई हितैषी निर्णय नहीं लिया गया है।
विश्वविद्यालय के चांसलर किशोर सिंह चावड़ा ने कहा, “हमारे दस्ते को सूचित किया गया था कि पेपर घंटों पहले खोला गया था, लेकिन प्रस्तुति की गंभीरता के कारण, छात्रों के हित में परीक्षा रद्द कर दी गई है और पूरी जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी। पहले पेपर खोलना एक गंभीर मामला है, इसलिए परीक्षा अधीक्षक का भी ध्यान आकृष्ट किया गया है।
विश्वविद्यालय के छात्र ने कहा कि पेपर लीक किया गया था। छात्रों ने मामले की शिकायत प्रोफेसर को की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। कोई सख्त कार्रवाई नहीं की जाती है। इसलिए अगली बार अगर उचित कार्रवाई नहीं की गई तो हम उग्र आंदोलन करेंगे। बार-बार परीक्षा रद्द होने से छात्रों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 10 से 12 हजार छात्र सीधे प्रभावित होंगे।
मौजूदा परीक्षा के दौरान परीक्षा के दौरान छात्रों को बताया गया कि पेपर बीच में ही लीक हो गया था। परीक्षार्थी ने छात्रों को बताया कि परीक्षा रद्द कर दी गई है। छात्रों द्वारा परीक्षा कक्ष में एक घंटे से अधिक समय तक पेपर लिखने के बाद परीक्षक ने कहा कि आपका पेपर लीक हो गया है इसलिए सभी छात्रों को पेपर लिखना बंद करना होगा।
छात्राओं ने बात की कि आज वही पेपर क्यों दिया गया जो कल वाडिया महिला कॉलेज के अंदर दिया गया था। जो विश्वविद्यालय और कॉलेज की बहुत बड़ी लापरवाही है। अगर पेपर लीक हुआ है तो आज ही परीक्षा क्यों दें। अर्थशास्त्र का पेपर लिए जाने का कोई तारीख की घोषणा का जिक्र नहीं था।