नई दिल्ली, 20 अप्रैल (हि.स.)। उत्तर पश्चिमी जिले के जहांगीरपुरी इलाके में हुई हिंसा की जांच का दायरा अब दिल्ली से लेकर बंगाल तक जा पहुंचा है। मामले की जांच में जुटी दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा इस मामले में पकड़े गए मुख्य आरोपित अंसार, सोनू और एक नाबालिग के पूरे नेटवर्क की जांच में जुटी हुई है। इसके तहत नेटवर्क से जुड़े उन तमाम संदिग्धों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है, जो पश्चिम बंगाल के अलग-अलग हिस्सों में घटना के बाद पहुंच गए हैं या फिर आरोपितों से जुड़े हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार अपराध शाखा पहले प. बंगाल के महिषादल थाने पहुंची। यहां के कंचनपुर में एक आरोपित का घर है। पुलिस अधिकारियों ने उसके परिवार से बात की। इसके साथ ही पुलिस टीम सुताहटा थाना भी पहुंची। इसके बाद हल्दिया में शेख अंसार के एक रिश्तेदार के यहां पहुंची। यह रिश्तेदार उसके ससुर बताए जा रहे हैं। दरअसल, हिंसा का मुख्य आरोपित अंसार है, जिसकी दिल्ली में मोबाइल की दुकान है। वह कबाड़ का कारोबार भी करता है। अंसार समय-समय पर हल्दिया में जाता रहता है। हल्दिया में उसके रिश्तेदार रहते हैं। उनसे पूछताछ कर अंसार के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
अपराध शाखा की तीन टीमें पहुंची हैं बंगाल
दिल्ली पुलिस की तीन अलग अलग जांच टीमें दिल्ली से बंगाल पहुंची हैं। इन तीनों टीमों को जांच की अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक अपराध शाखा की एक टीम अंसार की नानी के घर पहुंच कर उसके नेटवर्क को खंगाल रही है तो दूसरी टीम पूर्वी मिदनापुर जिले के महिषादल तथा आसपास के इलाक़े में गई है। बताया जाता है कि यहां अंसार का बचपन बीता था और यहीं से उसने दिल्ली का टिकट भी कटाया था। तीसरी टीम गोली चलाने के आरोपित सोनू उर्फ यूनुस के ठिकाने नादिया पहुंची है। ये वही सोनू है, जिसने गत 16 अप्रैल की शाम को भीड़ के बीच में पहुंचकर गोली चलाई थी। उसके बाद फरार हो गया था। पुलिस की लगातार दबिश की वजह से बीते सोमवार 18 अप्रैल को को उसे इलाक़े के मंगल बाज़ार से पकड़ लिया गया था।
सोनू उर्फ यूनुस का वीडियो हुआ था वायरल
पुलिस के मुताबिक 16 अप्रैल को जहांगीरपुरी में हुई हिंसा के दौरान युवक द्वारा गोली चलाए जाने का एक वीडियो 17 अप्रैल को वायरल हुआ था। इस वीडियो में नीला कुर्ता पहने एक युवक गोली चलाते हुए दिखाई दे रहा था। पुलिस ने जांच आरंभ कर फुटेज में दिखाई देने वाले युवक की पहचान सी ब्लॉक जहांगीरपुरी निवासी सोनू के रूप में की। इसके बाद से ही उसकी तलाश में छापेमारी शुरू हो गई थी और सोमवार देर शाम को पुलिस ने सोनू को धर दबोचा।
गिरफ्तार 23 में से 8 के हैं आपराधिक रिकॉर्ड
आरोपितों की पृष्ठभूमि की जांच करने के बाद यह देखा गया कि गिरफ्तार किए गए 23 आरोपितों में आठ के पहले से ही आपराधिक रिकॉर्ड रहे हैं। पुलिस की तरफ से हिंसा को रोकने की पूरी कोशिश की गई थी। फिलहाल सीसीटीवी की जांच की जा रही है और पहचाने गए संदिग्धों की धर-पकड़ में पुलिस की कई टीमें जुटी हुई हैं। पुलिस की कई टीमें संदिग्धों की धर-पकड़ के लिए छापेमारी कर रही हैं।