नई दिल्ली, 19 अप्रैल (हि.स.)। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि किसानों के हितों में केन्द्र और राज्य सरकार मिलकर काम कर रही हैं। इसी का परिणाम है कि खाद्यान्न व बागवानी व अन्य कृषि उत्पादों के लिहाज से देश काफी अच्छी स्थिति में है।
तोमर ने मंगलवार को दिल्ली में ‘खरीफ अभियान-2022’ के लिए राष्ट्रीय कृषि सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि आत्मनिर्भर भारत, उन्नत कृषि और समृद्ध किसान, इस उद्देश्य के लिए हम सब समर्पित हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के साथ ही सभी राज्य सरकारें कृषि के क्षेत्र में बेहतर कार्य करते हुए किसानों की माली हालत सुधारने की दृष्टि से जिम्मेदारी के साथ काम कर रही हैं। तोमर ने राज्य सरकारों से अनुरोध किया कि बीज व खाद सुलभता से मुहैया कराए जाने के लिए राज्य व केंद्र के संस्थानों के साथ मिलकर संयुक्त रणनीति बनाएं। सरकारें किसानों के प्रति जवाबदेह हैं। ऐसे में कोशिश यह रहनी चाहिए कि किसानों की लागत में अधिक से अधिक कमी आए। बीजों को लेकर बहुत गंभीरता से मैकेनिज्म बनाकर उत्पादन करते हुए बीज बाजार को दिशा देने व दाम संतुलित करने की कोशिश होना चाहिए।
कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय कृषि सचिव मनोज अहूजा ने कहा कि इस बार सामान्य मानसून की संभावना के कारण कृषि क्षेत्र की स्थिति अच्छी रहेगी। पिछले दो साल में भी कोविड के बावजूद कृषि क्षेत्र की ग्रोथ हुई है। उन्होंने राज्यों से फसल विविधीकरण को अपनाते हुए दलहन-तिलहन उत्पादन बढ़ाने पर जोर देने का अनुरोध किया।
केंद्रीय उर्वरक सचिव राजेश कुमार चतुर्वेदी ने खरीफ सीजन के दौरान देश में खाद की उपलब्धता के संबंध में जानकारी देते हुए राज्यों से प्रतिदिन समीक्षा कर माइक्रो प्लानिंग करने का अनुरोध किया।
केंद्रीय कृषि आयुक्त डा. ए.के. सिंह ने प्रेजेन्टेशन में कृषि उत्पादन की उपलब्धियां बताते हुए जानकारी दी कि खाद्यान्न उत्पादन रेकार्ड 316 मिलियन टन होने का अनुमान है, वहीं बागवानी उत्पादन रेकार्ड 331 मिलियन टन होने का अनुमान है। पिछले पांच-छह साल में दलहन व तिलहन का उत्पादन काफी बढ़ा है और आयात घटा है लेकिन इस क्षेत्र में अभी काफी काम करने की जरूरत है।