इस्लामाबाद, 19 अप्रैल (हि.स.)। पाकिस्तान के करतारपुर स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब में बैसाखी मेले का हिस्सा बनने के लिए दुनिया भर से पांच हजार से अधिक तीर्थ यात्री पहुंचे हैं। इनमें पाकिस्तान ही नहीं भारत और कई अन्य देशों से आए तीर्थ यात्री शामिल हैं। भारत से जाने वाले तीर्थ यात्री करतारपुर कॉरीडोर के रास्ते वहां पहुंचे हैं।
पाकिस्तान के इवैक्यू ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड (ईटीपीबी) के प्रवक्ता आमिर हाशमी के मुताबिक करतारपुर का गुरुद्वारा दरबार साहिब सिख पंथ के अनुयायियों का एक बड़ा धार्मिक केंद्र है। तीर्थ यात्रियों के रुकने के लिए विशेष बंदोबस्त किये गए हैं। उनकी धार्मिक मान्यताओं को पूरा करने में कोई बाधा न आए, यह सुनिश्चित किया जा रहा है। ये लोग पाकिस्तान के अन्य सिख तीर्थ स्थलों का दर्शन करने जाना चाहें, तो उसके इंतजाम भी किये गए हैं। भारी संख्या में लोग पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में एटॉक जिले के हसन अब्दाल स्थित गुरुद्वारा श्री पंजा साहिब भी पहुंचे हैं।
इस गुरुद्वारे में गुरु नानक देव के हाथ का निशान बना होने के कारण सिख साम्राज्य के जांबाज सेनापति हरी सिंह नलवा ने इस गुरुद्वारा को गुरुद्वारा श्री पंजा साहिब नाम दिया था। इस बैसाखी उत्सव का हिस्सा बनने के लिए भारत से वाघा बॉर्डर होकर 2200 सिख तीर्थयात्री यहां पहुंचे हैं। इन सभी यात्रियों के स्वागत के लिए विशेष तैयारी की गई है। उन्हें पुष्पहार पहनाकर गंतव्य के लिए भेजा जा रहा है। रेलवे स्टेशनों पर विशेष बंदोबस्त किये गए हैं, ताकि यात्रियों को कोई परेशानी न हो। विशेष बसें व अन्य वाहन भी इन यात्रियों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं।