नई दिल्ली, 18 अप्रैल (हि.स.)। कमजोर ग्लोबल संकेतों की वजह से बने निगेटिव सेंटिमेंट्स के कारण भारतीय शेयर बाजार को सप्ताह के पहले कारोबारी दिन ही जोरदार गिरावट का सामना करना पड़ा। सुबह से हो रही चौतरफा बिकवाली के कारण शेयर बाजार लगभग 2 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ। माना जा रहा है कि दुनिया भर के ज्यादातर देशों में लगातार बढ़ रही महंगाई, चीन में बढ़ते कोरोना के मामले और रूस पर लादे गए नए और सख्त आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से दुनिया भर के शेयर बाजारों की तरह ही भारतीय शेयर बाजार को भी गिरावट का सामना करना पड़ा।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के सेंसेक्स ने आज 1,000.35 अंक की गिरावट के साथ 57,338.58 अंक के स्तर से कारोबार की शुरुआत की। शुरुआती कारोबार में खरीदारों ने लिवाली करके शेयर बाजार को कुछ सहारा देने की कोशिश की, जिससे ये सूचकांक उछल कर 57,420.80 अंक के स्तर तक पहुंचा। इसके बाद विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने बाजार में चौतरफा बिकवाली शुरू कर दी, जिसके कारण सेंसेक्स तेज गिरावट का शिकार हो गया।
बाजार में जारी गिरावट के बीच हालांकि खरीदारों ने बीच-बीच में लिवाली करके सेंसेक्स को सहारा देने की कोशिश भी की लेकिन बिकवाली का दबाव इतना ज्यादा था कि ये सूचकांक संभल नहीं सका और लगातार गिरता चला गया। सेंसेक्स की ये गिरावट सुबह 10:30 बजे तक जारी रही, जिसके कारण सेंसेक्स गिरकर 57,130.50 अंक के स्तर तक पहुंच गया। हालांकि इसके बाद घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने बाजार को सपोर्ट करने के इरादे से खरीदारी तेज कर दी। इसकी वजह से दोपहर 12 बजे तक सेंसेक्स विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की बिकवाली के बावजूद कमोबेश इसी स्तर पर बना रहा।
दोपहर 12 बजे के बाद दिन के दूसरे कारोबारी सत्र में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने एक बार फिर बिकवाली का दबाव बन दिया, जिसकी वजह से सेंसेक्स अगले 1 घंटे के कारोबार में ही 1,496.54 अंक का गोता लगाकर 56,842.39 अंक के स्तर तक पहुंच गया। हालांकि दोपहर 1 बजे के बाद घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) की चौतरफा खरीदारी के कारण सेंसेक्स की स्थिति में कुछ सुधार हुआ। इस लिवाली के कारण सेंसेक्स आज के निचले स्तर से 324.35 अंक रिकवर करके 1,172.19 अंक की गिरावट के साथ 57,166.74 अंक के स्तर पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की तरह ही नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के निफ्टी ने भी 292.20 अंक टूटकर 17,183.45 अंक के स्तर से आज के कारोबार की शुरुआत की। निफ्टी को भी शुरुआती कारोबार में खरीदारों की ओर से की गई लिवाली का सहारा मिला, जिसके कारण निफ्टी ओपनिंग लेवल से 52.30 अंक उछल कर 17,237.75 अंक के स्तर तक पहुंच गया ।
शुरुआती आधे घंटे के कारोबार के बाद शेयर बाजार में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की ओर शुरू की गई तेज बिकवाली के कारण निफ्टी भी गोता लगाने के लिए मजबूर हो गया। लगातार हो रही बिकवाली के कारण ये सूचकांक लगातार टूटता चला गया। सुबह 10:30 बजे तक बिकवाली के दबाव की वजह से निफ्टी 17,131.85 अंक तक लुढ़क चुका था। हालांकि इसके बाद अगले डेढ़ घंटे के कारोबार में निफ्टी कमोबेश इसी स्तर पर बना रहा।
दोपहर 12 बजे के बाद विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने एक बार फिर बिकवाली का दबाव बढ़ा दिया, जिसके कारण ये सूचकांक अगले 1 घंटे के कारोबार में ही 407.80 अंक टूटकर 17,067.85 अंक के स्तर पर पहुंच गया। इस गिरावट के बाद घरेलू संस्थागत निवेशकों ने बाजार में मोर्चा संभाल लिया और तेज खरीदारी शुरू कर दी। डीआईआई की इस खरीदारी के कारण निफ्टी की स्थिति में कुछ सुधार हुआ और इस सूचकांक ने 302 अंक की गिरावट के साथ 17,173.65 अंक के स्तर पर आज के कारोबार का अंत किया।
आज दिन भर के कारोबार में सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों में से 10 शेयर मुनाफा कमाकर हरे निशान में बंद हुए, जबकि बिकवाली के दबाव में फंसने के कारण 20 शेयर लाल निशान में बंद हुए। निफ्टी के 11 सेक्टोरल इंडेक्सों में से मेटल, एफएमसीजी और ऑटो इंडेक्स मामूली बढ़त के साथ हरे निशान में बंद हुए, जबकि शेष सभी 8 इंडेक्स गिरावट के साथ लाल निशान में बंद हुए। दिन भर के कारोबार में बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप दोनों इंडेक्स में 200 अंक से अधिक अंक की गिरावट दर्ज की गई।
आज के कारोबार में दिग्गज शेयरों में से एनटीपीसी 6.01 प्रतिशत, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस 2.31 प्रतिशत, एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस 1.67 प्रतिशत, कोल इंडिया 1.53 प्रतिशत और टाटा स्टील 1.49 प्रतिशत की मजबूती के साथ आज के टॉप 5 गेनर्स की सूची में शामिल हुए। दूसरी ओर इंफोसिस 7.27 प्रतिशत, एचडीएफसी 4.83 प्रतिशत, एचडीएफसी बैंक 4.74 प्रतिशत, टेक महिंद्रा 4.67 प्रतिशत और अपोलो हॉस्पिटल 4 प्रतिशत की गिरावट के साथ आज के टॉप 5 लूजर्स की सूची में शामिल हुए।