– रामोत्सव में हिन्दू चेतना जागृति के साथ पुष्पक विमान में छह हजार श्रीराम विराजमान से बना विश्व रिकार्ड
कानपुर, 17 अप्रैल (हि.स.)। जनपद के निराला नगर में रविवार को विश्व हिन्दू परिषद के तत्वाधान में रामोत्सव का आयोजन किया गया। जिसमें सबसे बड़े पुष्पक विमान में छह हजार प्रभु श्रीराम की वेशभूषा में किशोर व युवा विराजमान हुए। यह दृश्य व लम्हा जिस किसी ने देखा वह मानो वास्तविक त्रैता युग के श्रीराम के रामराज्य की कल्पना करने लगे। इस छड़ ने एक साथ हजारों श्रीराम के साथ पुष्पक विमान ने विश्व रिकार्ड बनाया और प्रभु श्रीराम के साथ हिन्दू को एकसूत्र में पिरोने का भी काम किया।
इस भव्य आयोजन में आए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य सुरेश भैय्या जी जोशी ने मंच से सर्वप्रथम आए हुए सभी श्रीराम भक्तों का अभिवादन किया। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम के जीवन से हमें प्ररेणा मिलती है। भक्त हनुमान जी से शक्ति मिलती है। कहा कि भगवान श्रीराम का जीवन एक आदर्श के रूप में जाना जाता है। वह पिता हो, पुत्र हो, भाई हो या राजा की तरह हो। जिन्हें हम मर्यादा पुरूषोत्तम के रूप में देखते हैं। भगवान राम से प्रार्थना करते हैं कि सभी को अपने जीवन में उन्हीं से प्ररेणा लेनी चाहिए।
भैया जी ने कहा कि कई वर्षों के बाद श्रीराम मंदिर बन रहा है। बहुत ही शीघ्र प्रभु श्रीराम के दर्शन अयोध्या में जाकर भक्त कर सकेंगे। आज वह यहां के रामोत्सव आयोजन में रामराज्य की कल्पना करते हैं। हजारों वर्षों के बाद आदर्श व्यवस्था रामराज्य की तरह आ रही है। जो राम को मानते हैं वो रामराज्य लाने के लिए उनके आदर्शों पर ही चलेंगे। शिक्षा व्यवस्था भी भारतीय संस्कृति व परम्परा के साथ बनेगी। सत्य मार्ग पर चलने वाले लोग सदा विजय प्राप्त करते हैं।
उन्होंने कहा कि सत्य व असत्य का विवाद हमेशा से रहा है लेकिन विजय सत्य की ही हुई है। हम सब हृदय में श्रीराम को बसाते हैं। भगवान के चरणों में प्रार्थना करते हैं कि देश का सदैव विकास हो, लोगों में प्रभु श्रीराम के मार्गों पर चलने का प्ररेणा दें।
कार्यक्रम में रामविलास वेदांती महाराज ने कहा कि आज कानपुर की पावन भूमि पर रामोत्सव को देखकर हृदय में उत्साह और उमंग का संचार हो रहा है। यहां पर बच्चा बच्चा श्रीराम के वेशभूषा में देखकर त्रैता युग की अनुभूति करा रहा है। ऐसा दृश्य राम जन्म भूमि के निर्माण के बाद देखने को मिल रहा है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का धन्यवाद दिया।
विश्व हिन्दु परिषद के केन्द्रीय महामंत्री मिलिंद पराण्डे ने कहा कि प्रभ श्रीराम का जीवन ही राक्षसों को वध करने के लिए हुआ था। मां सीता का हरण होने पर भगवान श्रीराम ने रावण का वध किया था। जिसके बाद असत्य पर सत्य की विजय हुई थी। उसी तरह हर व्यक्ति को प्रभु श्रीराम के पदचिन्हों पर चलना चाहिए।
साध्वी ऋतम्भरा दीदी ने कहा कि यहां पर हजारों श्रीराम के दर्शन कर धन्य हुए हैं। इस रामोत्सव के आयोजकों को धन्यवाद देती हूं। भगवान श्रीराम वो विराट व्यक्तित्व है जिसका हम अपराजित व्यक्ति के रूप में स्मरण करते हैं। राम जैसा स्वभाव सभी का हो जाए तो भारत कैसा होगा, इसकी कल्पना कीजिए। सबसे बड़ी बात है कि देश के अंदर जो राजनीतिक विखंडता वाद है उसने टुकड़ों टुकड़ों में बांटा है। हमें हिन्दू चेतना के साथ ऐसे साजिश करने वालों को धूल में मिलना होगा। हम हिन्दू राष्ट्र बनाकर रहेंगे।
पुष्पक विमान में विराजते ही गूंज उठा जय श्रीराम का नारा
रामोत्सव में आए किशोर-युवाओं के हाथों में धनुष-बाण और कंधे पर तरकश डालकर श्रीराम की वशेभूषा से सुशोभित देख हर किसी की आंखों उन्हीं पर टिक गई। इस दौरान निराला नगर के रेलवे मैदान में आए लोगों ने यह अद्भुत नजारा देख श्रीराम के नारे से प्रांगण गूंज उठा।