नई दिल्ली, 14 अप्रैल (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गुरुवार को कहा कि भारत सरकार वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) के रूप में गुरुद्वारों से प्राप्त राशि सालाना 325 करोड़ रुपए उन्हें वापस करती है।
नड्डा ने यहां डॉ अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में ‘हार्टफेल्ट – द लिगेसी ऑफ फेथ’ नामक पुस्तक का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पहले इतने बड़े मानवता के कार्य लंगर पर टैक्स लगता था, किसी ने इस बारे में विचार नहीं रखा। जब प्रधानमंत्री मोदी के पास ये मांग आई, उन्होंने इसे माना और आज जीएसटी में वार्षिक 325 करोड़ रुपये भारत सरकार वापसी करती है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बनने से पहले जब नरेन्द्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब भी उन्होंने सिख धर्म के लिए जो कुछ भी उस क्षेत्र में कर सकते थे उन्होंने वो सब किया। जब उन्हें देश में प्रधानमंत्री के रूप में काम करने का मौका मिला, तो उन्होंने जितने भी विचार थें उनको लागू करते हुए उसको एक कार्य रूप देने का काम किया है।
नड्डा ने कहा कि ये उनका सौभाग्य है कि उन्हें मोदी के साथ उन दिनों में काम करने का मौका मिला जब वो हिमाचल और पंजाब के प्रभारी थे। मोदी ने पंजाब को बहुत नजदीक से देखा है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि दुनिया में सिख धर्म को प्रचारित-प्रसारित करना, सिख धर्म के योगदान को बताना, इस काम की पहल भी प्रधानमंत्री ने बखूबी की है।