Fire Service : ‘दिल्ली फायर सर्विस वीक’ की हुई शुरुआत

-आग की घटनाओं के साथ जान गंवाने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ी

नई दिल्ली , 14 अप्रैल (हि.स.)। राजधानी की बढ़ती जनसंख्या के बीच आग लगने की घटनाओं का ग्राफ भी तेजी से बढ़ रहा है। गुरुवार को (14 अप्रैल से 20 अप्रैल 2022 के बीच) से ‘दिल्ली फायर सर्विस वीक’ (अग्निशमन सप्ताह) की शुरुआत हुई। इस दौरान दमकल विभाग के निदेशक अतुल गर्ग ने पूरे साल हुए हादसों और कॉल्स का डाटा पेश किया।

आंकड़ों के अनुसार, राजधानी में इस साल न सिर्फ आग लगने की घटनाओं का ग्राफ बढ़ा बल्कि हादसों में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या भी खासी बढ़ गई है। आंकड़ों की माने तो दमकल केंद्र के पास वर्ष 2021-22 में हर दिन औसतन 74.91 कॉल्स रोजाना आई।

वहीं औसतन दो दिन में तीन लोगों की जान भी चली गई। पिछले साल यही आंकड़ा हर दिन औसतन 70.43 कॉल्स का और मरने वालों में हर 0.94 का था हालांकि माना जा रहा है कि कोविड की वजह से कॉल्स व हादसों जान गंवाने वाले लोगों के आंकड़ों में कमी आई थी। लेकिन जैसे-जैसे हालात सामान्य हुए तो वापस गाड़ी उसी पटरी पर आ गई। अब दोबारा कॉल्स और मरने वालों की संख्या में इजाफा हो रहा है।

निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि इस वर्ष वर्ष 2021-22 के दौरान दमकल विभाग के कंट्रोल रूम को कुल 27343 कॉल्स (एक अप्रैल से 31 मार्च तक) मिली थीं। यह आंकड़ा 2020-2021 के दौरान 25709 का था। यानि पिछले साल के मुकाबले कुल 1634 कॉल की संख्या में इजाफा हुआ।

वहीं कोविड से पूर्व वर्ष 2019-2020 और 2018-2019 की बात करें तो यह आंकड़ा 31 हजार से ज्यादा का था, लेकिन उस समय हादसों में जान गंवाने लोगों की संख्या बेहद कम थी। इस साल अलग-अलग हादसों में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या 591 है जो पिछले साल 346 थी। वहीं इन हादसों में घायल होने वाले लोगों की संख्या में भी खासा इजाफा हुआ है।

इस साल जहां 1421 लोग जख्मी हुए वहीं पिछले साल यह आंकड़ा 1135 का था। आमूमन सर्दियों में औसतन दमकल विभाग को 50 से 60 कॉल्स मिलती है, लेकिन गर्मियां आने के बाद इनकी संख्या 125 तक पहुंच जाती है। दमकल विभाग के निदेशक ने बताया कि सीमित संसाधन होने के बावजूद दमकल विभाग हर मुश्किल हालात में काम कर रहा है।

पिछले साल आग लगने के आंकड़े…

साल————-कॉल————घायल———–मरने वालों की संख्या

. 2021-22———-27343————-1421——————-591

. 2020-21———-25709————-1135——————-346

. 2019-20———-31157————-1638——————-308

. 2018-19———-31264————-1597——————-297

. 2017-18———-29423————-1767——————-318

(नोटः सभी आंकड़े एक अप्रैल से 31 मार्च के बीच के हैं)

राजधानी में हर एक सात हजार पर औसतन एक दमकलकर्मी है तैनात…

दिल्ली की आबादी हर दिन बढ़ती जा रही है, लेकिन राजधानी में सीमित संसाधन मौजूद हैं, यही वजह है कि विभिन्न सरकारी विभागों पर दबाव दिन ब दिन बढ़ता ही जा रहा है। फिलहाल दमकल विभाग में लगभग 3000 हजार जवान तैनात हैं। वहीं दिल्ली की आबादी दो करोड़ से अधिक है। यदि औसत निकाला जाए तो करीब सात हजार की आबादी पर एक जवान काम कर रहा है।

इस साल दमकल विभाग ने 40 रेडियो टेलीफोन ऑपरेटर्स और 21 फायर ऑपरेटर की भर्ती की है। 769 जवानों की भर्ती प्रक्रिया लगभग पूरी होने वाली है। इसके अलावा 500 जवानों को आउट सोर्स रखा हुआ है।

मौजूदा समय में दमकल विभाग के बाद यह हैं संसाधन…

-दमकल विभाग के पास फिलहाल लगभग 3000 जवान हैं तैनात।

-आग बुझाने के लिए करीब 200 गाड़ियां हैं तैनात।

-64 दमकल केंद्र, इनमें तीन केवल दिन में करते हैं काम

-दो रिमोर्ट कंट्रोल फायर फाइटिंग मशीन (रोबोट)

-पांच लाइफ डिटेक्टर्स के अलावा अन्य उपकरण मौजूद।

-गंभीर आग लगने आग के हालात देखने के लिए ड्रोन।

इस वर्ष चार को मिला पुरुस्कार…

-इस बार दमकल के दो जवानों को शौर्य पुरस्कार से नवाजा गया।

-वहीं दो अन्य जवानों को विशिष्ट सेवा पुरस्कार भी दिया गया।

तीन बार दिल्ली से बाहर जाकर किया काम…

. दमकल विभाग ने इस साल तीन बार दिल्ली से बाहर जाकर बड़ी आग पर काबू पाने में दूसरे राज्यों को अपना सहयोग दिया। कुंडली-सोनीपत, बहादुरगढ़ और फरीदाबाद में लगी आग पर काबू पाने में दिल्ली फायर सर्विस ने अपनी मदद दी।

122 मॉकड्रिल का किया आयोजन…

स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर दमकल विभाग ने आजादी का अमृत महोत्सव मनाते हुए 122 मॉकड्रिल का आयोजन किया। इसके अलावा साइक्लोथॉन, आम लोगों को आग से बचाव की जानकारी देने समेत अन्य कार्यक्रम दिए।

आठ नए दमकल केंद्र खोलने की तैयारी…

मौजूदा समय में दमकल विभाग के 64 फायर स्टेशन हैं। राजधानी के ज्यादातर ऐसे स्थानों पर दमकल केंद्रों को बनाया गया है जहां से कम से कम समय में घटना स्थल पर पहुंचा जा सके। मौजूद समय में कॉल रिस्पोंस टाइम को और कम करने के लिए दमकल विभाग आठ जगह और दमकल केंद्र खोलने की तैयारी कर रहा है। इसमें आनंद पर्वत, द्वारका सेक्टर-03, द्वारका सेक्टर-20, संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर, रोहिणी सेक्टर-3, महिपालपुर, आईएफसी गाजीपुर और आईएफसी नरेला स्थान शामिल हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *