नई दिल्ली, 12 अप्रैल (हि.स.)। रूस-यूक्रेन संकट के बीच महंगाई के मोर्चे पर आम आदमी को झटका देने वाली खबर है। खुदरा महंगाई की दर मार्च महीने में बढ़कर 6.95 फीसदी पर पहुंच गई। राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय (एनएसओ) ने मंगलवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी है।
आंकड़ों के मुताबिक खाद्य वस्तुओं के दाम बढ़ने से मार्च में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित खुदरा महंगाई दर मार्च, 2022 में बढ़कर 6.95 फीसदी रही। हालांकि, फरवरी में सीपीआई आधारित महंगाई दर 6.07 फीसदी के स्तर पर थी।
एनएसओ के मुताबिक खाद्य उत्पादों की कीमतों में आई तेजी की वजह से मार्च महीने में खुदरा महंगाई दर में इजाफा हुआ है। आंकड़ों के मुताबिक मार्च में खाद्य वस्तुओं के दाम 7.68 फीसदी बढ़े हैं, जबकि इससे पिछले महीने खाद्य वस्तुओं की महंगाई 5.85 फीसदी के स्तर पर थी।
उल्लेखनीय है कि लगातार यह तीसरा महीना है, जब खुदरा महंगाई दर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के संतोषजनक स्तर से ऊपर बनी हुई है। दरअसल रिजर्व बैंक अपनी द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा में मुख्य रूप से खुदरा मुद्रास्फीति के आंकड़ों पर ही गौर करता है। सरकार ने आरबीआई को महंगाई को दो से 6 फीसदी के दायरे में रखने का लक्ष्य दिया हुआ है।