अगरतला, 12 अप्रैल : मेयर दीपक मजूमदार ने सोमबार भाजपा संचालित नगर निगम का पहला बजट पेश किया। उन्होंने पहले बजट में बड़ा सरप्राइज देने की कोशिश की है। उन्होंने सोमबार वित्तीय वर्ष 2022-23 का बजट पेश करते हुए घोषणा की है कि नगर निगम बत्तला महा श्मशान घाट में दाह संस्कार के लिए कोई शुल्क नहीं लेगा। इतना ही नहीं, बजट मे शहरवासियों पर नया टैक्स की बोझ डाले बिना संपत्ति कर और व्यापार लाइसेंस के माध्यम से राजस्व एकत्र करने का लक्ष्य रखा है। नगर निगम के मेयर ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 367 करोड़ रुपये का बजट पेश किया गया है। बजट आवंटन में गत वर्ष की तुलना में 121 करोड़ रुपये की वृद्धि की गई है।
नगर निगम के मेयर ने कहा कि अगरतला के समग्र विकास के हित में बजट प्रस्ताव तैयार किया गया है। 25 साल के वंचित विकास को लोगों तक पहुंचाने के मकसद से यह बजट तैयार किया गया है। उन्होंने दावा किया कि निगम टैक्स का बोझ लगाने के पक्ष में नहीं है। इसके बजाय, निगम बकाया राजस्व संग्रह के माध्यम से राजस्व बढ़ाने की योजना को लागू करने के लिए दृढ़ है।
नगर निगम के मेयर ने संपत्ति कर की बकाया वसूली की रूपरेखा दी है। बजट प्रस्ताव पेश करते हुए उन्होंने कहा कि अप्रैल 2022 तक बकाया संपत्ति कर का भुगतान करने पर 30 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। इसी तरह मई तक 20 फीसदी और जून तक भुगतान करने पर टैक्स के पैसे पर 10 फीसदी की छूट निगम देगी। सीधे शब्दों में कहें तो करदाताओं को जून के बाद छूट पाने का मौका नहीं मिलेगा।
उन्होंने कहा कि निगम अग्रिम कर भुगतान के लिए सब्सिडी प्रदान करेगा। ऐसे में वित्तीय वर्ष 2022-23 में अप्रैल से जून के लिए संपत्ति कर में 20 प्रतिशत और अप्रैल से सितंबर के लिए 10 प्रतिशत की सब्सिडी दी जाएगी।
नगर निगम के मेयर दीपक मजूमदार ने कहा कि अवैध कसाईखानों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वैज्ञानिक पद्धति से कसाईखाने बनाए जाएंगे। उसी दिन उन्होंने कहा, कोरोना महामारी के लिए वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए विज्ञापन कर के लिए बजट में 20 प्रतिशत छूट का प्रस्ताव किया गया है। उनके अनुसार, व्यापारियों के अनुरोध पर ये निर्णय लिया गया है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब के अथक प्रयासों से अगरतला शहर के जीर्णोद्धार का कार्य शुरू किया गया है। स्मार्ट सिटी को समग्र रूप देने के लिए कुछ कठोर कदम उठाए जा रहे हैं। हालांकि, निगमबासिओ से किए गए वादे को पूरा करने के लिए यह कदम उठाने से नहीं हिचकिचाएगा। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा अगरतला शहर को ट्रैफिक जाम से मुक्त कराने के लिए नगर निगम कोई समझौता नहीं करेगा। उन्होंने दावा किया कि अगरतला के लोगों के समग्र विकास के लिए नगर निगम का बजट पेश किया गया है। वह बजट सभी की राय से बनाया गया है।