लखनऊ, 11 अप्रैल (हि.स.)। केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के राज्यमंत्री और पारख महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष कौशल किशोर ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जाति विहीन हिन्दू समाज के निर्माण का काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि डॉ.अंबेडकर का मिशन भी जाति विहीन और शोषण विहीन समाज की स्थापना करना था। यह काम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ स्थापना काल से कर रहा है।
केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर ने सोमवार को दारूल शफा में प्रेसवार्ता में कहा कि डॉ.अंबेडकर देश में समान नागरिक संहिता चाहते थे। उनका दृढ़ मत था कि अनुच्छेद 370 देश की अखंडता के साथ समझौता है। भाजपा ने अनुच्छेद 370 हटाकर डॉ. अंबेडकर के मिशन को पूरा किया है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी अनुच्छेद 370 को समाप्त करने की बात करता था और डॉ. अंबेडकर भी इस अनुच्छेद के खिलाफ थे। समान नागरिक संहिता लागू करने पर भी संघ सहमत है और डॉ.अंबेडकर भी इसी मत के थे। उन्होंने कहा कि हिन्दू समाज में जातिगत भेदभाव का उन्मूलन होना चाहिए। इस विषय पर संघ और डॉ.अंबेडकर दोनों के समान विचार रहे हैं। संघ भी अंतरजातीय विवाह का समर्थन करता है और डॉ.अंबेडकर भी इसके समर्थक थे।
केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार डॉ.अंबेडकर के मिशन को पूरा कर रही है। भाजपा सरकार हर वर्ग, हर समाज के गरीबों, वंचितों, पिछड़ों एवं शोषितों के उत्थान का कार्य कर रही है। डॉ.अंबेडकर सर्व समाज के मसीहा हैं। उन्हें सिर्फ एक जाति तक सीमित रखना ठीक नहीं है। केंद्र सरकार ने भारत रत्न डॉ. अंबेडकर से जुड़े स्थलों को पंचतीर्थ के रूप में विकसित कर सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास का संदेश दिया है।
कौशल किशोर ने कहा कि बसपा प्रमुख मायावती ने डॉ.अंबेडकर के मिशन पर काम नहीं किया। उन्होंने सोशल इंजीनियरिंग के नाम पर केवल वोट बटोरने की राजनीति की। केंद्रीय राज्यमंत्री ने बताया कि अंबेडकर जयंती की पूर्व संध्या पर 13 अप्रैल को रेजीडेंसी के पास गांधी भवन सभागार में सम्मेलन का आयोजन किया गया है। सम्मेलन का विषय- ”डा. अंबेडकर के मिशन को पूरा करने में भाजपा एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की भूमिका’।