जयपुर, 10 अप्रैल (हि.स.)। राजस्थान ने प्राकृतिक गैस के उत्पादन में तेरह साल में सात गुणा बढ़ोतरी की है। राज्य सरकार को राजस्व प्राप्ति में 113 गुणा से भी अधिक मुनाफ़ा हुआ है। हाल ही समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में रिकार्ड 1570 मिलियन क्यूबिक मीटर प्राकृतिक गैस का उत्पादन हुआ है और राज्य सरकार को 384 करोड़ 54 रुपये राजस्व प्राप्त होने का रिकार्ड बना है। यानी प्राकृतिक गैस के उत्पादन और राजस्व प्राप्ति में राजस्थान नया इतिहास रचा जा रहा है।
राज्य के माइंस, पेट्रोलियम एवं ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि राज्य में केयर्न वेदांता, फोकस एनर्जी और ऑयल इंडिया कम्पनियां प्राकृतिक गैस का उत्पादन कर रही हैं। इसमें सर्वाधिक गैस का उत्पादन केयर्न वेदांता बाड़मेर के रागेश्वरी व आसपास के क्षेत्र में कर रही है। इसी तरह फोकस एनर्जी कंपनी जैसलमेर के शाहगढ़ में और ऑयल इंडिया जैसलमेर के तनोट डांडेवाला क्षेत्र में प्राकृतिक गैस का उत्पादन कर रही हैं। ओएनजीसी के मनहेरा टीब्बा क्षेत्र मेें दो वर्षों से उत्पादन बंद है, इसलिए यहां गैस डिहाइड्रेशन यूूनिट लगाई जा रही है ताकि दोबारा उत्पादन आरंभ किया जा सके।
डॉ. अग्रवाल ने बताया कि वर्ष 2009-10 में राज्य में समग्र रूप से 214.53 मिलियन क्यूबिक मीटर गैस का उत्पादन हो रहा था जो हाल ही 31 मार्च को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष 2021-22 में बढ़कर 1570 मिलियन क्यूबिक मीटर सालाना हो गया है। 2009-10 में प्राकृतिक गैस उत्पादन से प्राप्त होने वाला राजस्व 3 करोड़ 39 लाख रुपये था जो 31 मार्च को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में रिकार्ड 384 करोड़ 54 लाख रुपये हो गया है। यह राजस्व इससे पहले के वित्तीय वर्ष 2020-21 की तुलना में 3 गुणा से भी अधिक है।
एसीएस डॉ. अग्रवाल ने बताया कि अगर ओएनजीसी के मनहेरा क्षेत्र में उत्पादन चालू होता तो प्राकृतिक गैस का उत्पादन व राजस्व और भी बढ़ाया जा सकता था। उन्होंने बताया कि राज्य में केयर्न वेदांता द्वारा बाड़मेर के रागेश्वरी व आसपास के क्षेत्र में गैस का उत्पादन किया जा रहा है। इनके द्वारा 20-21 में 110 मिलियन क्यूबिक मीटर प्रतिमाह के ओसत से करीब 1320 मिलियन क्यूबिक मीटर गैस का वार्षिक उत्पादन कर पाइप लाईन के माध्यम से गैस नेशनल ग्रीड में भेजी जाती हैं। वहां से एग्रीमेंट के तहत जीएनएफसी, कृभको, नर्मदा वैली आदि फर्टिलाइजर उत्पादक कंपनियों को भेजी जाती है।
एसीएस डॉ. अग्रवाल ने बताया कि फोकस एनर्जी और ऑयल इंडिया द्वारा उत्पादित गैस रामगढ़ पॉवर प्लांट को उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि फोकस एनर्जी द्वारा जैसलमेर के शाहगढ ब्लॉक में वित्तीय वर्ष 2021-22 में 96 मिलियन क्यूबिक मीटर और ऑयल इंडिया द्वारा जैसलमेर के तनोत डांडेवाला क्षेत्र में 2021-22 में 96 मिलियन क्यूबिक मीटर गैस का उत्पादन किया गया है।
पेट्रोलियम विभाग के निदेशक ओम कसेरा ने बताया कि पश्चिम राजस्थान के बाड़मेर और जैसलमेर में प्राकृतिक गैस के विपुल भण्डार होने से चार में से तीन कंपनियों द्वारा उत्पादन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 2018-19 में जहां 708.94 मिलियन क्यूबिक मीटर उत्पादन के साथ 100 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ था जो 2021-22 में बढ़कर 1570.43 मिलियन क्यूबिक मीटर उत्पादन और 384 करोड़ 54 लाख रुपये का राजस्व अर्जन हो गया है। उन्होंने बताया कि ओएनजीसी के क्षेत्र में भी नई यूनिट से शीघ्र ही उत्पादन आरंभ कराने के प्रयास जारी है।