जम्मू, 10 अप्रैल (हि.स.)। उत्तरी सेना कमांडर, लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी कश्मीर घाटी के अपने तीन दिन के दौरे पर रविवार को श्रीनगर पहुंच गए। वे 12 अप्रैल तक कश्मीर घाटी में रहेंगे।
रविवार को श्रीनगर पहुंचने पर लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी को चिनार कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडे ने मौजूदा सुरक्षा स्थिति और विरोधियों की बनाई गई रणनीति तथा उनका मुकाबला करने के लिए किए गए उपायों के बारे में जानकारी दी। उत्तरी सेना के कमांडर ने चिनार कोर के वरिष्ठ अधिकारियों से भी बातचीत की। उन्होंने नियंत्रण रेखा पर मजबूत घुसपैठ रोधी ग्रिड की सराहना की। उन्होंने भारत और पाकिस्तान दोनों के डीजीएमओ के बीच संघर्ष विराम समझौते का पालन करने के लिए सख्त नियंत्रण की भी सराहना की।
उत्तरी सेना कमांडर ने भीतरी इलाकों में आतंकवाद विरोधी अभियानों में लगे दो गठन मुख्यालयों का दौरा किया। परिचालन पहलुओं के बारे में जानकारी दिए जाने पर, उन्होंने शून्य संपार्श्विक क्षति सुनिश्चित करते हुए सटीकता के साथ संचालन के लिए उनकी सराहना की। उन्होंने काउंटर टेररिस्ट ऑपरेशन में शामिल सैनिकों द्वारा न्यूनतम बल और न्यायपूर्ण आचरण के उपयोग के सिद्धांत को दोहराया। उन्होंने कश्मीर में स्थायी शांति और स्थिरता के लिए हिंसा के चक्र को तोड़ने के प्रयासों की सराहना की। सेना कमांडर ने उत्कृष्ट सैनिक-नागरिक संपर्क गतिविधियों की भी सराहना की जिसके परिणामस्वरूप आतंकवादी भर्तियों में समग्र रूप से कमी आई है।
उत्तरी सेना कमांडर ने बीबी छावनी के 92 बेस अस्पताल का भी दौरा किया और वहां भर्ती मरीजों के स्वास्थ्य के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने विभिन्न अभियानों के दौरान घायल होने कारण अस्पताल में भर्ती सीआरपीएफ के जवानों से भी बातचीत की। उत्तरी सेना कमांडर 11 अप्रैल को अग्रिम इलाकों का दौरा करेंगे और नियंत्रण रेखा पर तैनात जवानों से बातचीत करेंगे।