नई दिल्ली, 09 अप्रैल (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सामाजिक न्याय पखवाड़ा कार्यक्रम के तहत केंद्र सरकार की जल जीवन मिशन योजना की उपलब्धियों का आंकड़ा पेश करते हुए कहा कि वर्ष 2014 में जब नरेन्द्र मोदी की सरकार केंद्र में आई, तब देश में मात्र 16.75 प्रतिशत घर नल के जरिये जल की सुविधा से जुड़े थे, जल जीवन मिशन शुरू होने के बाद अब यह संख्या 48.62 प्रतिशत तक पहुंच गई है।
भाजपा प्रवक्ता डॉ सुधांशु त्रिवेदी ने शनिवार को आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पार्टी के 42वें स्थापना दिवस कार्यक्रम के अंतर्गत सामाजिक न्याय पखवाड़ा मनाया जा रहा है। आज का विषय जल जीवन मिशन से संबंधित है।
भाजपा मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए त्रिवेदी ने कहा कि 15 अगस्त 2019 तक करीब 3.23 करोड़ घरों में नल से जल पहुंच रहा था। 7 अप्रैल 2022 तक 9.4 करोड़ घरों में नल से जल पहुंच रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि वर्ष 2021-22 में जल जीवन मिशन के लिए 40 हजार करोड़ रुपये जल जीवन मिशन के लिए आवंटित किए गए थे। जबकि 2022-23 के बजट में यह आवंटन बढ़ाकर 60 हजार करोड़ कर दिया गया है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि देश में 107 जिलों के करीब 1.5 लाख गांवों में हर घर जल पहुंचाने में हम सफल हो गए हैं। अब 17.39 लाख स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में भी नल से जल पहुंच रहा है। पेयजल आपूर्ति के लिए 4.82 लाख पानी समितियों का गठन हुआ है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2021 में 93,068 करोड़ रुपये के प्रावधान के साथ 2021 से 2026 के लिए कृषि सिंचाई योजना की भी शुरुआत की थी। क्योंकि पेयजल के साथ-साथ कृषि की सिंचाई के लिए भी जल की उपलब्धता उतनी ही महत्वपूर्ण है।