सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर करने के कयास
इस्लामाबाद, 9 अप्रैल (हि.स.)। पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर नेशनल असेंबली में हो रही चर्चा में भी कश्मीर राग गूंजा। असेंबली में बार-बार हंगामे के कारण अब देर शाम तक मतदान होने की उम्मीद है। इस बीच यह कयास भी लगाए जाते रहे कि इमरान सरकार सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका भी दाखिल कर सकती है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को नेशनल असेंबली द्वारा खारिज किये जाने के फैसले को गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने निरस्त कर दिया था। साथ ही शनिवार को अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के निर्देश दिए थे। इस पर शनिवार सुबह चर्चा शुरू हुई तो इमरान पर लग रहे तमाम आरोपों के जवाब में सत्ता पक्ष की ओर से कश्मीर राग अलापा गया।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह अहमद कुरैशी ने आरोप लगाया कि दिल्ली में काबिज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की सोच वार्ता नहीं चाहती। वह कश्मीरियों को जकड़े रखना चाहती है, ताकि उन्हें जुल्म की चक्की में पीस सके। उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान ने कभी वार्ता से इनकार नहीं किया। भारत शांति की ओर एक कदम बढ़ाएगा, तो हम दो कदम बढ़ाएंगे।
इससे पहले अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के लिए बुलाया गया विशेष सत्र बार-बार शोर-शराबे और हंगामे का शिकार बना। इसके चलते सुबह सत्र शुरू होने के आधा घंटे बाद ही उसे डेढ़ घंटे के लिए स्थगित कर दिया गया। इमरान खान की तरफ से बार-बार विदेशी साजिश का आरोप दोहराया गया। इस पर विपक्ष के नेता शाहबाज शरीफ भड़क गए। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार सिर्फ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान की कार्यवाही होनी चाहिए। जो हो गया, अब तो संविधान व लोकतंत्र के साथ खड़ा होना चाहिए। इस बीच यह भी कयास लगाए जाते रहे कि मतदान रुकवाने के लिए पाकिस्तान सरकार सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर कर सकती है। मतदान में विलंब को इसी से जोड़कर देखा जाता रहा।