नई दिल्ली, 08 अप्रैल (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि है कि ऐसी लगता है कि प्रदेश में तालिबानी शासन है।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राज्यवर्धन सिंह राठौर और राजस्थान भाजपा के अध्यक्ष डॉ सतीश पुनिया ने यहां एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर अशोक गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा।
भाजपा मुख्यालय में आयोजित संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में राज्यवर्धन सिंह राठौर ने राज्य की करौली में हुई घटना का जिक्र करते हुए कहा कि राजस्थान के अंदर आग लगी पड़ी है। हालात वहां हर दिन बुरे होते जा रहे हैं। ऐसा लग रहा है कि राजस्थान की सरकार खुद सांप्रदायिकता बढ़ाने के लिए कदम बढ़ा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा राजस्थान की मौजूदा कांग्रेस सरकार के इस तरह के तुष्टिकरण के तहत राज्य को जलता नही देख सकती।
राजस्थान भाजपा के अध्यक्ष डॉ सतीश पुनिया ने कहा कि पिछले 3 वर्षों में करीब 7 लाख एफआईआर राजस्थान में दर्ज हुई हैं। इसमें मॉब लिंचिंग के मामले, सांप्रदायिक हिंसा के मामले शामिल हैं। उन्होंने कहा कि एक साल में महिलाओं से दुष्कर्म के 6,337 मामले सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान की शांति को खत्म करने के लिए केवल अशोक गहलोत दोषी हैं।
उन्होंने कहा कि राजस्थान में अशोक गहलोत जी मानव अधिकारों पर चोट कर रहे हैं। क्या हिंदू सिर्फ पिटने के लिए हैं, मुकदमे के लिए ही हैं। क्या उनके मानवाधिकार नहीं हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री होने के बावजूद वो देश के प्रधानमंत्री से हिंसा रोकने की बात करते हैं।
पुनिया ने आगे कहा कि गहलोत की जो तुष्टिकरण की नीति है, उससे साफ नजर आता है कि उन्होंने खुद बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक के नाम से एक पक्ष खड़ा कर दिया है। पिछले 3 वर्षों का ट्रैक रिकॉर्ड देखें तो पाएंगे कि राजस्थान में राजस्थान में बहुसंख्यक आबादी अपने त्योहार मनाने में भी हिचकने लगी है, उनको डर लगता है। इसके अनेक उदाहरण हैं, वो कश्मीर फाइल को देखने से लोगों को रोकने के लिए धारा 144 का प्रयोग कर रहे हैं।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि करौली के मामले में जुलूस की अनुमति थी, अनुमति के बाद सीएलजी की मीटिंग हुई। जो दोषी थे, वो सीएलजी की बैठक में मौजूद थे। उसके बाद जो हुआ वो सभी के सामने है।
पुनिया ने कहा कि हाल ही में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा एक निजी कार्यक्रम में सवाई माधोपुर आये। लेकिन राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बयान दिया कि जेपी नड्डा आये और दंगा भड़काकर चले गए। उन्होंने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अपनी कुर्सी को खिसकते हुए देखकर इस तरह की बयानबाजी कर रहे है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि गहलोत ने राजस्थान पुलिस को कांग्रेस के लोगों की जासूसी के लिए इस्तेमाल किया। उपमुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख के खिलाफ राजद्रोह का मुकदमा इन्हीं की सरपरस्ती में दर्ज हुआ। उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत अपनी कुर्सी की सुरक्षा के लिए पुलिस का इस्तेमाल कर रहे हैं।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने करौली उपद्रव मामले पर एक रिपोर्ट भी पेश की। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ के नेतृत्व में गठित सात सदस्यी जांच दल में भाजपा प्रदेश महामंत्री मदन दिलावार, विधायक रामलाल वर्मा, सांसद सुखबीर सिंह जौनपुरिया, सांसद मनोज राजोरिया, सांसद रंजीता कोली और पूर्व विधायक रामहेत यादव शामिल हैं। जांच दल ने हिन्दू नववर्ष के अवसर पर आयोजित वाहन रैली में शामिल प्रत्य़क्षदर्शियों से पूछताछ में पाया कि जुलूस में ना आपत्तिजनक नारे लगे और ना ही कोई आपत्तिजनक गाना बजा था।