टोक्यो, 8 अप्रैल (हि.स.)। जापान और भारत के बीच यात्रा अब आसान हो जाएगी। जापान सरकार ने भारत में बने कोविड टीका कोवैक्सीन को मान्यता प्रदान कर दी है। इस पर अमल 10 अप्रैल से शुरू हो जाएगा।
कोरोना पूरी दुनिया के लिए संकट का सबब लेकर आया था। ऐसे में कोरोना रोधी टीकों के बिना यात्रा पर पाबंदी लगी हुई थी। जापान जैसे कई देशों ने कुछ अंतरराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा विकसित टीके लगवाने वाले लोगों को ही अपने देश की यात्रा की अनुमति दे रखी थी। अब जापान ने भारत में बने कोरोनारोधी टीके कोवैक्सीन को भी अपने देश की कोविड-19 रोधी मान्यता प्राप्त टीकों की यात्रा अनुमति सूचा का हिस्सा बना लिया है।
भारत में कोवैक्सीन का निर्माण करने वाली कंपनी भारत बायोटेक ने भी इस फैसले का स्वागत करते हुए ट्वीट किया है। भारत बायोटेक की ओर से ट्वीट किया गया कि जापान सरकार ने भारत बायोटेक के कोवैक्सीन को मान्यता प्राप्त टीकों की सूची में शामिल किया है। यह अनुमति रविवार यानी 10 अप्रैल 2022 से प्रभावी होगी। इससे भारत और जापान के बीच यात्रा की सुविधा सुगम होगी। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया की सरकार भी भारत बायोटेक के इस टीके कोवैक्सीन को यात्रा के लिए मंजूरी दे चुकी है। कोवैक्सीन टीका लगवाने वाले लोगों के लिए ऑस्ट्रेलिया की यात्रा भी सुगम हो चुकी है। भारत बायोटेक का दावा है कि कोवैक्सीन कोरोना रोधी टीकों के मामले में अंतरराष्ट्रीय मापदंडों पर खरी उतरती है। यही कारण है कि भारतीय टीके को लगातार अंतरराष्ट्रीय मान्यता मिल रही है।