मुंबई, 08 अप्रैल (हि.स.)। शिवसेना प्रवक्ता तथा राज्यसभा के सदस्य संजय राऊत ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर मुंबई को महाराष्ट्र से तोड़ कर केंद्रशासित राज्य बनाने की साजिश रचने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में मुंबई में 5 बिल्डरों ने प्रस्ताव बनाया और दिल्ली में प्रजेंटेशन दिया है। इस मुहिम का नेतृत्व किरीट सोमैया कर रहे हैं और इनमें वाराणसी का एक व्यक्ति भी शामिल है। संजय राऊत ने कहा कि किरीट सोमैया ने सेव आईएनएस विक्रांत के नाम पर 57 करोड़ रुपये वसूला है, इसका जवाब भाजपा नेताओं को किरीट से पूछना चाहिए।
संजय राऊत ने शुक्रवार को पत्रकारों को बताया कि केंद्र में जब से भाजपा सरकार आई है, मुंबई को केंद्र शासित राज्य बनाए जाने की मुहिम शुरू कर दी गई है। इसे अमली जामा पहनाने के लिए मुंबई में ही 5 बिल्डरों ने मिलकर मास्टर प्लान बनाया है और दिल्ली में बड़े नेताओं के समक्ष प्रजेंटेशन भी किया है। इन बिल्डरों ने इसके लिए बड़े पैमाने पर वसूली अभियान भी शुरू किया है। यह काम बहुत ही गोपनीय तरीके से किया जा रहा है और किरीट सोमैया इसी वजह से आज भी दिल्ली गए हैं।
संजय राऊत ने कहा कि किरीट सोमैया खुद लोगों पर आरोप लगाते समय हमेशा करोड़ रुपये का घोटाला का ही नाम लेते हैं। इसके बाद जांच अधिकारी का काम रहता है। इसी तरह उन्होंने भी सेव आईएनएस विक्रांत के नाम पर 57 करोड़ वसूलने का आरोप लगाया है। इस मामले की जांच में जब जांच अधिकारी उनसे पूछेंगे तो वे इसका जवाब देंगे। संजय राऊत ने कहा कि उनके पास इस मामले के पर्याप्त सबूत हैं, समय आने पर सार्वजनिक करेंगे।