गंगटोक, 07 अप्रैल (हि.स.)। मुख्यमंत्री प्रेमसिंह तमांग ने सिक्किम के निःसंतान महिलाओं के लिए ‘वात्सल्य’ योजना की घोषणा की है। इस योजना के तहत इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) के लिए नि:संतान महिलाओं को तीन लाख रुपये तक की राशि प्रदान की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने यह घोषणा गुरुवार को नवगठित सोरेंग जिले के जिला प्रशासनिक केंद्र के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए की। सिक्किम में घटती प्रजनन दर पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री तमांग ने राज्य में निःसंतान महिलाओं के पक्ष में ‘वात्सल्य’ योजना की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत सरकार नि:संतान महिलाओं को आईवीएफ उपचार के माध्यम से संतान प्राप्ति के लिए तीन लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरी करने वाले लाभार्थियों को स्वास्थ्य विभाग सहायता प्रदान करेगा। इसी प्रकार अन्य लाभार्थी महिलाओं को मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष के तहत सहायता प्रदान की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि वित्तीय सहायता दो भागों में प्रदान की जाएगी। पहले चरण में एक लाख रुपये और अगले चरण में 2 लाख रुपये दिए जाएंगे। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस योजना से सिक्किम सब्जेक्ट, सीओआई या आवासीय प्रमाण पत्र धारक महिलाएं ही लाभांवित हो सकेंगी।
उल्लेखनीय है कि सिक्किम की प्रजनन दर में लगातार गिरावट आ रही है। सिक्किम में 1998-99 में प्रति महिला 2.5 जन्म और 2005-06 में प्रति महिला 2.1 जन्म की प्रजनन दर थी। इसी तरह वर्ष 2019-20 में यह दर घटकर 1.1 जन्म प्रति महिला रह गई है।