नई दिल्ली, 07 अप्रैल (हि.स.)। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गुरुवार को कहा कि योग के रूप में भारत ने दुनिया को महान उपहार और उत्तम जीवन पद्धति दी है। उन्होंने कहा कि भारत ने दुनिया को स्वस्थ तन और स्वस्थ मन की उपयोगिता बताई है और योग के माध्यम से इस लक्ष्य तक पहुँचने का मार्ग भी दिखाया है।
आयुष मंत्रालय द्वारा आयोजित विश्व स्वास्थ्य दिवस एवं अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के 75 दिन पूर्व आयोजित कार्यक्रम में अध्यक्षीय भाषण दे रहे थे। केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल सहित अनेक सांसद भी इस अवसर पर मौजूद रहे।
संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 21 जून का दिन अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित करने की प्रशंसा करते हुए बिरला ने कहा कि योग की इस विश्वव्यापी स्वीकृति ने हमारी प्राचीन विद्या, संस्कृति और जीवनशैली पर मुहर लगाई थी। उन्होंने बताया कि योग हमारे लिए कोई नई अवधारणा नहीं है। योग प्राचीनकाल से भारतीय संस्कृति से निकटता से जुड़ा है। उन्होंने याद दिलाया कि भगवत गीता से लेकर महर्षि पतंजलि के योगसूत्र तक, योग ने भारत की समन्वित संस्कृति को दर्शाया है। उन्होंने आगे कहा कि योग की शारीरिक और मानसिक उपयोगिता तो है ही इसका सामाजिक और आध्यात्मिक महत्व भी है।
लोकसभा अध्यक्ष ने प्रसन्नता व्यक्त किया कि दुनिया में अनेक देशों में हुई रिसर्च भी योग को बीमारियों के रोकथाम में प्रभावी बताती है। उन्होंने कहा कि इसलिए आज वैश्विक स्तर पर योग की महत्ता और अधिक बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, किडनी, लीवर जैसी जीवनशैली से संबंधित बीमारियों, यहाँ तक कि हृदय रोग के नियंत्रण और रोकथाम में योग बहुत कारगर सिद्ध हो रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि ‘सबके लिए स्वास्थ्य’ हमारा सामूहिक मिशन होना चाहिए और इसमें योग बहुत कारगर भूमिका निभा सकता है।