Minister Gajendra Singh Shekhawat : बारह किलोमीटर नाव में बैठकर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री ने जानी दिल्ली में यमुना की स्थिति

जोधपुर/नई दिल्ली, 06 अप्रैल (हि.स.)। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने एक बार फिर दोहराया कि मोदी सरकार यमुनाजी को निर्मल और अवरिल बनाना चाहती है। शेखावत ने बुधवार को नई दिल्ली के आईटीओ यमुना छठ घाट से ओखला बोट क्लब तक 12 किलोमीटर नाव में सफर करके नदी की स्थिति जानी। ओखला एसटीपी निर्माण की प्रगति का आकलन किया।

शेखावत ने कहा कि दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार ने यमुनाजी की स्वच्छता का वादा नहीं निभाया, लेकिन हम कायाकल्प के लिए कटिबद्ध हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस दिसंबर तक कई काम पूरे करने का लक्ष्य है। अगले वर्ष दिल्लीवासियों को जल की गुणवत्ता में वृद्धि स्पष्ट रूप से दिखाई देगी। केंद्रीय मंत्री ने यमुना एक्शन प्लान-तीन के तहत ओखला में निर्माणाधीन सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का दौरा कर बताया कि मां गंगा की तरह यमुनाजी को भी निर्मल और अविरल बनाना हमारी प्राथमिकता है। आने वाले दिनों में जनता निश्चित रूप से छठ पूजा के दौरान इस बदलाव को अपने सामने महसूस करेगी।

ओखला एसटीपी निर्माण के लिए नमामि गंगे मिशन के तहत केंद्र सरकार 85 फीसदी, जबकि दिल्ली सरकार 15 फीसदी राशि उपलब्ध करा रही है। यमुना नदी के संरक्षण के लिए दिल्ली में नमामि गंगे मिशन के तहत 2009 करोड़ रुपये की लागत से 1268 एमएलडी सीवेज के उपचार के लिए कुल 11 परियोजनाएं शुरू की गई हैं, जिसके तहत कोरोनेशन पिलर, कोंडली, ओखला और रिठाला एसटीपी का निर्माण हो रहा है। कोरोनेशन पिलर एसटीपी का कार्य पूरा हो चुका है। अन्य परियोजनाओं को आगामी दिसंबर तक पूरा करने का लक्ष्य है।

ओखला सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट

उन्होंने कहा कि ओखला सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट निर्माण के बाद यह देश ही नहीं, एशिया का सबसे बड़ा एसटीपी प्लांट होगा। 665 करोड़ की लागत से तैयार होने वाला यह एसटीपी रोजाना 564 मिलियन लीटर पानी को ट्रीट करेगा। 12 एकड़ में फैले एसटीपी की मदद से डेढ़ सौ टन कचरे को सुखाने के लिए सोलर ड्राइंग तकनीकी की व्यवस्था होगी। एसटीपी के चालू होने के बाद यमुना में गिरने वाली गंदगी को रोका जा सकेगा।

उच्च मानकों के अनुरूप 564 एमएलडी की क्षमता का एक नया एसटीपी का निर्माण किया जा रहा है। एसटीपी में अपशिष्ट, स्काडा, बायोगैस से बिजली उत्पादन और कीचड़ प्रबंधन आदि के गुणवत्ता मानकों की ऑनलाइन निगरानी का प्रावधान होगा। राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के महानिदेशक जी. अशोक कुमार भी केंद्रीय मंत्री शेखावत के साथ रहे।

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