एजेंसी ने वित्त वर्ष 2022-23 में 8 फीसदी विकास दर का अनुमान जताया
नई दिल्ली, 06 अप्रैल (हि.स.)। अर्थव्यवस्था के र्मोचे पर अच्छी खबर है। एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने चालू वित्त वर्ष 2021-22 में भारत की अर्थव्यवस्था 7.5 फीसदी और अगले वित्त वर्ष में 8 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान जताया है। हालांकि, एडीबी ने वित्त वर्ष 2022-23 में दक्षिण एशियाई अर्थव्यवस्थाओं के लिए सात फीसदी के सामूहिक विकास का अनुमान लगाया है।
मनीला स्थित ‘मल्टी-लेटरल फंडिंग एजेंसी एशियाई विकास बैंक ने बुधवार को एशियाई विकास आउटलुक (एडीओ) 2022 जारी करते हुए कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 में दक्षिण एशियाई अर्थव्यवस्थाओं में 7 फीसदी की दर से सामूहिक विकास होगा। लेकिन, क्षेत्र की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था भारत का चालू वित्त वर्ष 2021-22 में 7.5 फीसदी और अगले वित्त वर्ष 2022-23 में आठ फीसदी की दर से बढ़ने की उम्मीद है।
एजेंसी ने जारी एशियाई विकास आउटलुक में कहा कि 2023 में विकास दर 7.4 फीसदी तक पहुंचने से पहले दक्षिण एशिया में विकास की दर 2022 में धीमा होकर 7 फीसदी तक रहने का अनुमान है। रिपोर्ट के मुताबिक 2023 में 4.5 फीसदी तक बढ़ने से पहले कमजोर घरेलू मांग के कारण पाकिस्तान की वृद्धि दर 2022 में मध्यम से 4 फीसदी तक रहने का अनुमान है। एजेंसी के मुताबिक क्षेत्र में विकास की गतिशीलता बहुत हद तक भारत और पाकिस्तान पर निर्भर करती है।
उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने वित्त वर्ष 2022-23 में देश की अर्थव्यवस्था 7.8 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान जताया है। इस बीच घरेलू रेटिंग एजेंसी इक्रा ने अपनी रिपोर्ट में वित्त वर्ष 2022-23 में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 7.2 फीसदी रहने का अनुमान जताया है, फिच ने जीडीपी ग्रोथ रेट के अनुमान को घटाकर 8.5 फीसदी कर दिया है।