नई दिल्ली, 01 अप्रैल (हि.स.)। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद तुर्कमेनिस्तान और नीदरलैंड के राजकीय दौरे पर शुक्रवार को रवाना हो गए। यह भारत के राष्ट्रपति की पहली तुर्कमेनिस्तान यात्रा होगी। नीदरलैंड की राष्ट्रपति यात्रा 1988 में राष्ट्रपति वेंकटरमन की यात्रा के 34 साल बाद हो रही है।
राष्ट्रपति कार्यालय ने शुक्रवार को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी।
हाल ही में विदेश मंत्रालय में सचिव (पश्चिम) संजय वर्मा ने बताया कि राष्ट्रपति 1 से 4 अप्रैल के बीच तुर्कमेनिस्तान और 4 से 7 अप्रैल के बीच नीदरलैंड का दौरा करेंगे। राष्ट्रपति की यात्रा तुर्कमेनिस्तान में नए राष्ट्रपति के चुनाव के दो सप्ताह बाद हो रही है। राष्ट्रपति के प्रतिनिधिमंडल में केंद्रीय राज्यमंत्री एल मुर्गन और संसद सदस्य दिलीप घोष भी शामिल हैं।
विदेश मंत्रालय के अनुसार यात्रा के दौरान राष्ट्रपति तुर्कमेनिस्तान के नए राष्ट्रपति सर्दार बर्दीमुहामेदोव के साथ जनवरी 2022 में आयोजित भारत-मध्य एशिया शिखर सम्मेलन के परिणामों के कार्यान्वयन सहित द्विपक्षीय और क्षेत्रीय सहयोग के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगे। यात्रा के दौरान कुछ समझौतों और ज्ञापनों पर भी हस्ताक्षर किए जाने की उम्मीद है।
नीदरलैंड की यात्रा के दौरान राष्ट्रपति किंग-क्वीन और वहां के प्रधानमंत्री मार्क रूट के साथ चर्चा करेंगे। यह यात्रा इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि 2022 में भारत और नीदरलैंड राजनयिक संबंधों की स्थापना के 75 वर्ष मना रहे हैं। 2021 में दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के बीच आयोजित वर्चुअल शिखर सम्मेलन के दौरान जुड़ाव के स्तर को बढ़ाने के लिए जल पर एक रणनीतिक साझेदारी शुरू की गई थी। कृषि, स्वास्थ्य, शहरी विकास, विज्ञान और प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में सहयोग द्विपक्षीय संबंधों के अन्य महत्वपूर्ण स्तंभ हैं।
नीदरलैंड भारत का चौथा सबसे बड़ा एफडीआई स्रोत होने के साथ भारत का एक महत्वपूर्ण आर्थिक और वाणिज्यिक भागीदार भी है। यह महाद्वीपीय यूरोप में सबसे बड़े भारतीय प्रवासियों का घर भी है।