नई दिल्ली, 31 मार्च (हि.स.)। विकास कुमार शुक्रवार को दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) का उत्तरदायित्व संभालेंगे। वह डॉ. ई. श्रीधरन और डॉ. मंगू सिंह के बाद डीएमआरसी के तीसरे प्रबंध निदेशक होंगे। वहीं डॉ. मंगू सिंह का उत्कृष्ट कार्यकाल आज समाप्त हो गया है।
डीएमआरसी में निदेशक (परिचालन) के पद पर कार्यरत विकास कुमार को रेल आधारित शहरी परिवहन परियोजनाओं का तीन दशकों से भी अधिक का अनुभव प्राप्त है। भारतीय रेल यातायात सेवा (आईआरटीएस) के 1988 बैच के अधिकारी विकास कुमार ने सितंबर, 2004 में डीएमआरसी ज्वाइन करने से पूर्व भारतीय रेल में विभिन्न पदों पर कार्य किया है। तब से लेकर 17 वर्षों से अधिक समय से वे डीएमआरसी में महत्वपूर्ण प्रबंधन पदों पर रहे हैं।
डीएमआरसी में विकास कुमार ने वर्ष 2007 से अपनी नेतृत्व क्षमता से परिचालन विंग में शीर्ष पदों जैसे महाप्रबंधक (परिचालन), कार्यकारी निदेशक (परिचालन) और निदेशक (परिचालन) के रूप में विभिन्न पदों पर कार्य किया है।
इन्होंने दिल्ली-एनसीआर में मेट्रो कॉरिडोरों पर 300 कि.मी. से भी अधिक मेट्रो सेवाओं की सुगम शुरुआत में मुख्य भूमिका अदा की है।
विकास डीएमआरसी के पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी ‘दिल्ली मेट्रो लास्ट माइल सर्विसेस लिमिटेड’ की स्थापना में भी सहायक रहे हैं, जिसका कार्य मेट्रो स्टेशनों तक आने-जाने के लिए लास्ट माइल सर्विसेस की व्यवस्था करना है।
इन्होंने ढाका मेट्रो परियोजना के परिचालन और अनुरक्षण नियमों के विशेषज्ञ के रूप में अपनी परामर्शी सेवाएं भी दी हैं। इसके अलावा, ये भारत में जयपुर, कोच्चि, नोएडा – ग्रेटर नोएडा, मुंबई इत्यादि जैसी विभिन्न मेट्रो परियोजनाओं के लिए दी जाने वाली परामर्शी सेवाओं में भी शामिल रहे हैं।
इन्होंने रेल आधारित शहरी परिवहन प्रणालियों में अपनाई जाने वाली नवीनतम प्रौद्योगिकी तथा प्रबंधन नीतियों की जानकारी प्राप्त करने के लिए विश्व के अनेक देशों का दौरा किया। इसके साथ ही मेट्रो के कॉमेट ग्रुप के लिए समन्वय एजेंसी के रूप में नियत ट्रांसपोर्ट स्ट्रेटजी सेंटर (टीएससी) के इंपीरियल कॉलेज, लंदन के साथ डील करते समय डीएमआरसी के सीनियर बैंचमार्किंग रिप्रेजेन्टेटिव रहे हैं।
इसके अलावा भारतीय रेल और डीएमआरसी से विभिन्न पुरस्कार जैसे महाप्रबंधक पुरस्कार, परिचालन शील्ड (भारतीय रेल में) और प्रबंध निदेशक पुरस्कार (डीएमआरसी में) से भी सम्मानित किए गए हैं।
विकास कुमार रुड़की विश्वविद्यालय (अब आईआईटी रुड़की) से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग से स्नातक रहे। दिल्ली से ऑप्टो-इलेक्ट्रॉनिक्स तथा ऑप्टिकल कम्युनिकेशंस में मास्टर डिग्री ली है। शैक्षणिक रूप से उत्कृष्टता प्राप्त करने के अलावा विकास कुमार अपने विद्यार्थी काल में तैराकी और बैडमिंटन में भी भाग लेते रहे थे।